जिला विकास अधिकारी के द्वारा की गई जांच से शिकायतकर्ता संतुष्ट नही

मनरेगा, वित्त , राज्य व केंद्र पोषित योजनाओं में घपला का आरोप,
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 धारकोट में विकास कार्यो की जांच हेतु नामित जिला विकास अधिकारी के द्वारा की गई जांच से शिकायतकर्ता संतुष्ट नही।

शिकायतकर्ताओं का आरोप जांच को भटकाने व सही तरीके से जांच न कराने को लेकर रोष।

ग्राम पंचायत धारकोट में विकास कार्यों में हुई अनियमितता के आरोप प्रत्यारोप के चलते जिला स्तरीय अधिकारियों की एक जांच टीम का गठन जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग के निर्देश के अनुपालन में गठित की गई थी। इस जांच टीम में जिला विकास अधिकारी रुद्रप्रयाग के पत्रांक संख्या 682 पीए/विविध/2024-25 दिनांक 6 सितम्बर 2024 के अनुसार दिनांक 07 सितम्बर 2024 को जांच टीम के द्वारा जाँच करनी थी व पत्रांक संख्या 774/पीए/ विविध/  2024-25 दिनांक 6 सितम्बर 2024 के अनुसार जाँच टीम के सदस्य जिला पंचायत राज अधिकारी रुद्रप्रयाग, उप निदेशक यूसीआरआरएफपी व सहायक अभियंता ग्रामीण निर्माण विभाग रुद्रप्रयाग जिनके द्वारा दिनांक 4 अक्टूबर 2024 को जाँच की जानी थी।

उक्त दोनों पत्राकों में एक ही तिथि को निर्गत किया गया है।

आज 04 अक्टूबर 2024 को जांच टीम जिला विकास अधिकारी की नेतृत्व में धारकोट गाँव मे पहुंची। शिकायतकर्ता जेष्ठ प्रमुख श्री नागेंद्र पंवार के द्वारा राज्य वित्त व विकासखण्ड से संबंधित योजनाओं की जांच को कहा तो विकासखण्ड जखोली के  कार्यालय से कोई भी दस्तावेज प्रस्तुत नही किये गए। जबकि जिला विकास अधिकारी के पत्र में स्पष्ट लिखा था कि धारकोट से सम्बंधित सभी दस्तावेजो के साथ  खण्ड विकास अधिकारी सम्बंधित कर्मचारियों के साथ उपस्थित होंगे जो कि किसी भी दस्तावेज के साथ उपस्थित नही हुए।

शिकायतकर्ताओं के द्वारा बताया गया कि स्थलीय निरीक्षण के लिए जिला विकास अधिकारी रुद्रप्रयाग के द्वारा रामलीला स्थल से चलकर सीधे आंगनबाड़ी केंद्र व एक इंटरलॉक टाइल लगे मार्ग का जो कि रामलीला स्थल से आंगनबाड़ी केंद्र तक जाता है को देखा और तत्काल अपने वाहन में बैठकर निकल जाना कहीं न कहीं  जाँच को टालने के लिए यह किया गया है।

शिकायतकर्ता श्री नागेंद्र पंवार जेष्ठ प्रमुख जखोली के द्वारा इस पर आपत्ति करते हुए कहा है कि आरडब्ल्यूडी से एई ओर जेई तथा  जलागम के अधिकारी व कर्मचारियों को जाँच स्थल पर छोड़कर जिला विकास अधिकारी व विकासखण्ड के मुखिया का जांच स्थल से चले जाना कहीं न कहीं सवाल खड़े करता है।

इस पर उपस्थित ग्रामीणों ने अपना आक्रोश व्यक्त किया है कि जिला विकास अधिकारी के द्वारा जांच को भटकाने का प्रयास किया गया है। 

शिकायतकर्ताओं का कहना है कि  मुख्य विकास अधिकारी रुद्रप्रयाग  को इस सम्बंध में सूचना देकर जिला विकास अधिकारी को जांच दल का सदस्य न बनाने व एक बार में राज्य व केंद्र पोषित योजनाओं के साथ अन्य कार्यों की अलग अलग तिथियों में  जांच की जाने के सम्बंध में पत्र लिखकर अवगत कराया जाएगा।

जांच टीम के नेतृत्वकर्ता जिला विकास अधिकारी रुद्रप्रयाग के द्वारा जांच को भटकाने पर आक्रोशित ग्रामीणों में जेष्ठ प्रमुख नागेंद्र सिंह पंवार, राजेंद्र सिंह भंडारी, वीर सिंह, दीपक पंवार, सन्दीप भंडारी, दर्शन भंडारी, जयेंद्र सिंह भंडारी व मुकेश लाल आदि ने अपना विरोध दर्ज किया।

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