घात लगाये गुलदार ने घास लेनी गयी महिला को किया घायल

घात लगाये गुलदार ने घास लेनी गयी महिला को किया घायल,
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 घात लगाये गुलदार ने घास लेनी गयी महिला को किया घायल।

आबादी के नजदीक ही गुलदार ने किया महिला पर हमला, हमले से महिला को आई हैं गम्भीर चोट।

रूद्रप्रयाग/बसुकेदार-  बसुकेदार तहसील मुख्यालय के नजदीक बसे  नैणी पोंडार गांव में घास काटने गयी महिला पर पहले से घात लगाये गुलदार ने घास लेने गई महिला पर अचानक हमला घायल कर दिया। घायल को उपचार के लिए बसुकेदार चिकित्सालय लाया गया। जहाँ उनका उपचार चल रहा है। इस घटना से क्षेत्र में दहशत फैल गई है। पहाड़ में मानव वन्य जीव संघर्ष की लगातार बढ़ रही घटनाओं से यहां पर रहने वाले लोगों के लिए डर के साये में मुश्किल से अपना जीवन यापन करने को दहशत के साथ समय को गुजार रहे हैं।

सरकार द्वारा कई घोषणाएं की गई है और अभी हाल ही में मुख्यमंत्री के द्वारा इसी क्षेत्र में आकर बहुत बड़े जन समूह को संबोधित किया था जिसमे यहां की मुख्य समस्या मानव वन्यजीव संघर्ष की रोकथाम का कोई जिक्र न होना कहीं न कहीं नीतिनियंताओं ओर स्थानीय नेताओं के एजेंडे में मानव वन्य जीव संघर्ष के निराकरण के लिए कोई योजना प्रस्तुत न कर पाना क्षेत्र के प्रति कितनी सजगता है को दर्शाता है।

जानकारी के अनुसार 45 वर्षीय फुलई देवी पत्नी राजेश बिष्ट पर घात लगाए गुलदार ने हमला कर घायल कर दिया। शाम करीब 3 बजे उक्त महिला घास लेने घर से से 200 मीटर दूर गई थी कि घात लगाए गुलदार ने महिला पर हमला कर दिया। काफी मशक्कत के बाद महिला ने अपनी जान गुलदार से बचाई। वहीं इससे पूर्व में गुलदार गौशाला से कहीं मवेसियों को अपना निवाला बना चुका है। वहीं महिला के पति ने आनन फानन में महिला को स्वास्थ्य केंद्र बसुकेदार में प्राथमिक उपचार के लिए पहुंचाया गया जहां डॉक्टर प्रथम उपचार कर रहे हैं।

मानव वन्य जीव संघर्ष के लिए पहाड़ का भौगोलिक वातावरण और जंगली जानवरों का जंगल छोड़कर बस्तियों के नजदीक आने का कारण मुख्य रूप से काश्तकारी का कम होना और खेत या अन्य काश्तकारी के कार्यों को सामूहिक रूप से करने का प्रचलन कम होना, खेतों के किसानों का न होना ये भी प्रमुख कारण हैं। पलायन की भीभीषिका को झेल रहे पहाड़ भुतहा होते गावँ, जंगलों के आकार पहले की अपेक्षा में ज्यादा होना जो कि जंगली जानवरों की गांवों तक पहुंच बनाकर अपना घर बनाने को मुफीद जगह का रूप ले रहे हैं। खण्डर होते घर और आबादी का कम होना कई कारण है।

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