सड़क दुर्घटना को न्योता देता रुद्रप्रयाग का लोक निर्माण विभाग।
तिलवाड़ा मयाली चिरबटिया मोटर मार्ग पर नालियों की जगह जमी हैं झाड़ियां।
सड़क दुर्घटना को न्योता देता रुद्रप्रयाग का लोक निर्माण विभाग। जनप्रतिनिधियों ने लो नि नि के प्रति जताई नाराजगी।
नालियों में बरसात का पानी जा नहीं सकता तो डामर के बराबर वाली जगह पर पानी के कटाव के चलते दुर्घटनाओं के अंदेशे से इंकार नहीं किया जा सकता है।
जखोली- जनपद रुद्रप्रयाग मे सड़को की मरोम्मत के लिए सरकार से लाखो करोड़ो की धनराशि हर वर्ष जारी की जाती है लेकिन इस मोटर मार्गो की स्थिति जस की जस की तस बनी हुई है।
प्रदेश मे सड़कें ही आवाजाही का मुख्य जरिया है, लेकिन विभागीय लापरवाही के चलते सड़कों पर सन्तोषजनक कार्य किया जाता है यह कहना होता है सड़क निर्माण व रखरखाव करने वाले जिम्मेदार विभाग का । तिलवाड़ा-घनसाली मोटर मार्ग जो कि चार धाम यात्रा का मुख्य मार्ग माना जाता है, यात्रा सीजन मे इस मोटर मार्ग पर हजारों छोटे वाहन देश विदेश से यात्रियों को लेकर आते है। लेकिन सड़कें बदहाल होने के कारण दुर्घटना का खतरा बना रहता है। सड़को पर जगह जगह बने भारी गढ्ढे नालियो का न होने का इसका मुख्य कारण है। विदित हो कि चिरबटिया से लेकर और तिलवाड़ा तक सड़क के किनारे कहीं भी नालिया नही बनायी गयी है जिस कारण से बरसात के दिनो मे सारा पानी सड़क के बीचोबीच होकर बहता है जिससे कि मोटर मार्ग के किनारे क्षतिग्रस्त होते हैं और दो वाहन आमने सामने आने पर आसानी से पास नहीं कर पाते हैं क्योंकि बरसात के कारण सड़क के किनारों पर बने गढ्ढे वाहन को क्षति पहुंचा सकते हैं।
बरसात मे पर्वतीय क्षेत्रो मे बरसात का पानी सड़कों के ऊपर ही बहता है जो सड़को के बहने व कटने का मुख्य कारण बन जाता है। लो० नि०वि० विभाग का मुख्य कार्य गढ्ढा मुक्त व सड़को के किनारे नालिया बनाकर जनसामान्य को सुविधा उपलब्ध कराना है न यात्रियों को सुख सुविधा से वंचित रखना। लेकिन रूद्रप्रयाग का लोकनिर्माण विभाग अपने कार्यो के प्रति संवेदनशील नही है
सड़क गढ्ढा मुक्त करने की मुहिम को सराहा गया था की राज्य मुखिया सड़कों को गढ्ढा मुक्त चाहता है जो की जन की आवाज़ थी और मुख्यमंत्री धामी ने जनता की आवाज़ को विभाग के कानों तक पहुंचाया पर गढ्ढा कैसे भरा जाता है इसको सीखना है तो पीडब्लूडी के तकनीकी विशेषज्ञों से सीखा जाना चाहिए की कंक्रीट में गर्म चारकोल मिलाकर उस जगह पर टल्ली लगा के कर्तव्य की इतिश्री की जाय जबकि होना ये था की जिस स्थान पर गढ्ढा बना है उस स्थान पर ज्यादा प्रेसर के चलते उसके निचे खोखला स्थान बन गया है पहले वहां की मिटटी हटाई जाये और फिर से फिलिंग करके तब कंक्रीट चारकोल मिलाकर उस स्थान को भरा जाए पर होता कुछ और है दूसरे दिन से ही गढ्ढा मुक्त न होकर गढ्ढा युक्त हो जाती है सड़क। नालियों में बरसात का पानी जा नहीं सकता तो डामर के बराबर वाली जगह पर पानी के कटाव के चलते दुर्घटनाओं के अंदेशे से इंकार नहीं किया जा सकता है।
लोक निर्माण विभाग रुद्रप्रयाग ठेकेदार के माध्यम सड़कों के रख रखाव व मरोम्मत के लिए बेलदारों को नियुक्त करने की परिपाटी के चलते समय से अनुबंध न होने के कारण सड़क का रखरखाव भगवान भरोसे है। दूसरी तरफ देखा जाय तो जो विभागीय बेलदार थे उनके रिटायरमेंट के बाद रिक्त हुए पदों पर कोई भर्ती नहीं हुई है जबकि कुछ स्थानों पर विभागीय मेट हैं जो अपनी हाजिरी भरकर दिनभर अपने मातहतों के आदेश का इन्तजार करके समय की प्रतीक्षा करते हैं।
वही मयाली वासुदेव टैक्सी यूनियन के अध्यक्ष हरीश पुण्डरी, बरिष्ठ आंनदोलनकारी हयात सिह राणा,कांग्रेस कमेटी के ब्लाक अध्यक्ष सुरेन्द्र सकलानी, जखोली ब्लाक के पूर्व जेष्ठ प्रमुख श्री अर्जुन सिह गहरवार कहा कि विभागीय लापरवाही के चलते इस मोटर मार्ग पर वाहन चलाना दुभर हो गया है, लाखो रू खर्चा होने के बाद भी सड़कों के किनारे नालियो का ना होना विभाग के लिए बेहद शर्म की बात है। विगत कुछ सालो से विभाग चिरबटिया से और तिलवाड़ा तक मोटर मार्ग की सुध नही ले रहा है, उन्होंने लोक नि वि से गढ्ढा भरने व सड़क के किन्नारे नाली बनाने की माँग की है।