जंगल में आग लगाने वालों पर वन विभाग रुद्रप्रयाग की कड़ी कार्यवाही।
तिलवाड़ा क्षेत्र से एक महिला पर जंगल में आगजनी की घटना करने पर कार्यवाही।
पहाड़ों में लगातार जंगल धधक रहें हैं और इसका कारण अपने निजी स्वार्थ या उपद्रवी तत्वों द्वारा आग की घटना को अंजाम देना अधिक मामले होने के चलते जंगलों में आग अधिक हैं।
इस वर्ष कुल 20 मुकदमें दर्ज, 4 मुकदमें नामजद, 16 मुकदमो में जाॅच गतिमान।
धधकते जंगलों से निरीह जंगली पशुओं के जीवन पर बना संकट। जंगलों में अपने निजी स्वार्थों को लेकर भी आग घटनाएं अधिक हो रही हैं। जनजागरूकता के बाद भी असमाजिक तत्वों के द्वारा जंगल में आग की घटनाओं को अंजाम दिया जाना उनकी घृणित मानसिकता को साबित करता है।
जनपद रुद्रप्रयाग में वनाग्नि की घटनाओं को रोकने के लिए वन विभाग लगातार प्रयासरत है। विभाग ने जंगल में वनाग्नि को बुझाने के लिए अलग- अलग टीमें गठित की हैं। वहीं आग लगाने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही है। आज जनपद रुद्रप्रयाग के ग्राम कांडा तिलवाड़ा की स्थानीय महिला श्रीमती लक्ष्मी देवी पत्नी श्री बियर सिंह द्वारा अपने खेतों में आड़े जलाने का कार्य किया जा रहा था। खेतों में जल रहे ादों की आग जंगल में फेल गयी जिसे वन विभाग रुद्रप्रयाग की टीम द्वारा शीघ्र नियंत्रित किया गया। उक्त मामले में महिला के विरुद्ध भारतीय वन अधिनियम 1927 यथा संसोधन उत्तरांचल संसोधन अधिनियम 2001 की धरा 26 (1) ख के तहत मुकदमा दर्ज अग्रिम कार्यवाही की जा रही है। वहीं बीते शुक्रवार को तीन लोगों को जंगल में आग लगाने पर मौके से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया हैं जिससे क्षेत्र में बहुत अच्छा संदेश गया है और लोगों की भ्रांतियों पर भी कुछ हद तक पूर्ण विराम लग पाया है।
प्रभागीय वनाधिकारी रुद्रप्रयाग श्री अभिमन्यु के कुशल निर्देशन में गठित वनाग्नि उड़न दस्ता व सुरक्षा टीम द्वारा बहुत अच्छा कार्य किया जा रहा है जिससे की असमाजिक तत्वों पर कुछ हद तक इसका जरूर प्रभाव पड़ेगा।
प्रभागीय वनाधिकारी श्री अभिमन्यु द्वारा स्थानीय व्यक्तियों से अपील की जंगलों को बचने तथा नैखेतों में आडा जलते समय नितांत सावधानी बरतें। प्रभाग के अंदर जंगलों में लगाने वालों को पकडने उड़नदस्ता एवं दक्षिणी जखोली की टीम द्वारा 04 व्यक्तियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया है व 20 मुकदमों में जाँच गतिमान है।