देवप्रयाग में गुलदार की दहशत, स्कूटी सवार दंपती पर गुलदार ने किया हमला।
पहाड़ो में जंगली जानवरों का इस तरह से व्यवहार करना छोटे व स्कूली बच्चों के लिए खतरा हर समय बना हुआ है।
पहाड़ों में धधक रहे जंगलों से जंगली जीवों के जीवन पर प्रभाव पड़ा है जो कि मानव वन्य जीव संघर्ष के लिए कहीं न कहीं उत्तरदायी कारक भी है। जंगली जानवरों का इस तरह से हमलावर होना शोध का विषय है क्योंकि मानव वन्यजीव संघर्ष की घटनाएं निरंतर बढ़ रही हैं।
चाका गजा मोटर मार्ग पर चाका से देवप्रयाग आ रहे स्कूटी सवार दंपती पर गुलदार ने सीएचसी बागी के निकट अचानक हमला कर दिया। जिससे स्कूटी अनियंत्रित होकर सड़क पर फिसल गई। इससे वे चोटिल हो गए, दोनों पति पत्नी को सीएचसी बागी में प्राथमिक उपचार के बाद बेस चिकित्सालय श्रीकोट रेफर किया गया है।
पत्नी के साथ देवप्रयाग जा रहे व्यक्ति पर गुलदार ने मारा झपट्टा, बुरी तरह हुआ जख्मीशेर सिंह अपनी पत्नी के साथ देवप्रयाग आ रहे थे। तभी अचानक बागी हॉस्पिटल मोड़ पर गुलदार ने उनके पैर पर झपट्टा मार दिया। देवप्रयाग में गुलदार की दहशत बनी हुई है। तड़के भी एक व्यक्ति पर गुलदार ने हमला कर दिया। इस दौरान व्यक्ति बुरी तरह से जख्मी हो गया है। उसे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना सुबह करीब पांच बजे की है। शेर सिंह ग्राम कुलसारी अपनी पत्नी के साथ गांव से देवप्रयाग आ रहे थे। तभी अचानक बागी हॉस्पिटल मोड़ पर गुलदार ने उनके पैर पर झपट्टा मार दिया।
थाना प्रभारी महिपाल सिंह रावत ने बताया कि रविवार सुबह पाली कुलसारी गांव के शेर सिंह (60) अपनी पत्नी सुशीला देवी (50) के साथ स्कूटी में देवप्रयाग जा रहे थे। सुबह करीब पांच बजे सीएचसी बागी के निकट मोड़ पर अचानक झाड़ियों में छुपे गुलदार ने उनके पैर पर झपट्टा मार दिया, जिससे स्कूटी अनियंत्रित होकर सड़क पर फिसल गई। स्कूटी में पीछे बैठी उनकी पत्नी सुशीला ने शोर मचाया तो गुलदार भाग गया। इस बीच आसपास के लोग मौके पर पहुंचे। उन्होंने दोनों को सीएचसी बागी में भर्ती करवाया। सीएचसी प्रभारी डॉ. अंजना गुप्ता ने बताया कि शेर सिंह के सिर व पैर पर गहरी चोट होने पर उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद बेस अस्पताल श्रीनगर रेफर किया गया है।