रामरतन पवांर/गढ़वाल ब्यूरो।
चार दिन पूर्व आदर्श इटंर कालेज बुढ़ना प्रागंण मे कार्यक्रम संयोजक भूपेन्द्र भंडारी की अगुवाई मे सम्पन्न। लस्या पट्टी महोत्सव का हुआ था भव्य आयोजन।
लस्या पट्टी महोत्सव के दौरान त्यूँखर गांव के 2 एमबीबीएस डाक्टर पंकज सिह बुटोला व शालिनी बुटोला को भी किया गया सम्मानित, पूरे गाँव मे खुशी की लहर।
जखोली- विगत 26 नवंबर को ग्राम पंचायत बुढ़ना के अटल आदर्श इटंर कालेज के प्रागंण मे लस्या पट्टी महोत्सव का भव्य आयोजन किया गया था जिस महोत्सव को भव्य रूप देने का का कार्य कार्यक्रम के संयोजक ललूड़ी के क्षेत्र पंचायत सदस्य भूपेन्द्र भंडारी किया व लस्या पट्टी के समस्त जनप्रतिनिधियों ने इस विशाल कार्यक्रम मे अपना भरपूर सहयोग दिया।
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि महोत्सव को हुए आज चार दिवस का समय बीत चुका है और इस बीते चार दिनो मे हम इस महोत्सव पर पुनः प्रकाश डालने का काम कर रहे है।
आपको ये भी बता कि इस कार्यक्रम को लेकर हमारे न्यूज पोर्टल हिमालय की आवाज की टीम द्वारा कुछ गांवों मे जाकर जबा लस्या पट्टी महोत्सव के समंन्ध मे जानकारी जुटाई तो हमे जनता से इस महोत्सव के संमन्ध मे सकारात्मक बाते प्राप्त हुई हम ये भी बता दे कि हम अपने समाचार पोर्टल के माध्यम से न किसी व्यक्ति का जिक्र करेगें नाही किसी गांव का हाँ इतना जरूर बता दे कि जनता के कहने के मुताबिक महोत्सव मे जिस प्रकार से लस्या पट्टी के जो लोग विभिन्न सरकारी विभागो मे अधिकारी के पद परा तैनात है या फिर सेवानिवृत हो चुके है चाहे कोई सामाजिक सरोकार से जुड़े हो
चाहे एमबीबीएस डाक्टर हो बीएएमएस हो को जिस प्रकार महोत्सव के दौरान सम्मानित किया किया तो हमे बड़ा गर्व महशूस हुआ क्या हमारे लस्या पट्टी मे क्या इतनी बड़ी हस्तियां भी हैं जो अपने माता पिता गांव व क्षेत्र का नाम रोशन कर रहे हैं,ऐसा क्षेत्रीय जनता का कहना है।
ज्ञात हो कि महोत्सव मे ग्राम पंचायत त्यूँखर के रहने वाले पंकज बुटोला सुपुत्र श्री करण सिह बुटोला जो कि एमबीबीएस करने के बाद जनपद चमोली मे अपनी सेवाएं दे रहे भले ही डाक्टर पंकज बुटोला किन्हीं कारणो से महोत्सव मे नही पहुंचे लेकिन उनके पिता करण सिह बुटोला व माता श्रीमती पूनम बुटोला ने महोत्सव मे पहुंच कर अपने बेटे के नाम से विशेष सम्मान प्राप्त किया जो बड़े गौरव की बात है। वही त्यूँखर गाँव की ही रहने वाली कुमारी शालनी बुटोला जो कि अभी एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही हैं, शालिनी के पिता श्री लखन सिह बुटोला व उनकी माता जो कि पेशे से अध्यापक है भले ये कार्यक्रम मे नही पहुंचे लेकिन इनको भी सम्मानित होने का गौरव प्राप्त हुआ।
इसी प्रकार से महोत्सव के दौरान कई हस्तियो को सम्मानित होते हुए देखकर जनता को भी अहसास हुआ कि मेहनत कर पढ़ लिखने बाद हमे अपने बच्चों को इसी योग्य बनाकर कर मुकाम तक भेजना है ताकि वो हमारा, अपना, समाज, गांव व क्षेत्र का नाम रोशन करे ये है कहना है क्षेत्रीय जनता का।


