उत्तराखंड मानव सेवा संस्थान दिल्ली द्वारा हरिद्वार, पौड़ी एवं अल्मोड़ा के विद्यालयो को स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं बालिका हाईजीन सुरक्षा योजना से किया गया लाभान्वित

उत्तराखंड मानव सेवा संस्थान दिल्ली द्वारा हरिद्वार, पौड़ी एवं अल्मोड़ा के विद्यालयो को स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं बालिका हाईजीन सुरक्षा योजना से जोड़ा,
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 रामरतन पवांर/गढ़वाल ब्यूरो।

उत्तराखंड मानव सेवा संस्थान दिल्ली द्वारा प्रदेश के जनपद हरिद्वार, पौड़ी एवं अल्मोड़ा के विद्यालयो को स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं बालिका हाईजीन सुरक्षा योजना से किया गया लाभान्वित।

प्रथम चरण मे  3 जनपदो के 30 शैक्षणिक संस्थानो मे योजना को संचालित करने हेतू समिति द्वारा किया गया चयनित।

समिति द्वारा 10 बिन्दुओं की व्यापक रिपोर्ट भी की गयी तैयार।

रुद्रप्रयाग। उत्तराखंड मानव सेवा समिति दिल्ली द्वारा प्रदेश के विद्यालयों में स्वास्थ्य स्वच्छता एवं बालिका हाईजीन सुरक्षा योजना को लेकर किए गए कार्यो के सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। संस्था द्वारा पहले चरण में जनपद हरिद्वार, पौड़ी एवं अल्मोड़ा के 30 शैक्षणिक संस्थानों को चिन्हित करते हुए सेनिटाइजर मशीन, सेनिटरी नैपकीन वैंडिंग मशीन और सेनिटरी नैपकीन डिस्पोजल मशीन द्वारा स्वच्छता उपकरणों से लाभान्वित किया गया। इससे छात्र-छात्राओं में स्वच्छता के प्रति जागरूकता एवं बालिका स्वास्थ्य योजना के शैक्षणिक बदलाव सामने आए हैं। संस्था ने संबंधित विद्यालयों में छात्र-छात्राओं की भागीदारी पर 10 बिन्दुओं की व्यापक मूल्यांकन रिर्पोट में तैयार की है, जिसकी प्रगति इस योजना की प्रासंगिता को इंगित कर रही है।

उत्तराखंड मानव सेवा समिति ने रेवले वित्त निगम के सहयोग से प्रारंभिक तौर पर प्रदेश के तीन जनपदों के 30 स्कूलों में योजना से लाभान्वित किया। जिसमें 8486 छात्र-छात्राएं सेनिटाइजर मशीन का उपयोग कर रहे हैं। जबकि 4897 छात्राएं प्रतिमाह सेनिटरी पैड का इस्तेमाल कर रही है। यही छात्राएं प्रतिमाह सौ फीसदी उपयोग करते हुए 13289 सेनिटरी पैड उपयोग कर रही है। साथ ही 4322 छात्राएं उपयोग किए गए सेनिटरी नैपकीन का विधिवत डिस्पोजल मशीन का उपयोग करते हुए वैज्ञानिक तरीके से निस्तारण कर रही हैं। जिससे पर्यावरण पर भी असर पड़ रहा है। यह आंकडे संस्था द्वारा किए गए प्रयासों की सफलता पर मुहर लगा रहे हैं। योजना के सफल क्रियान्वयन से उत्तराखंड मानव सेवा समिति एवं आर्थिक सहयोग प्रदान करने वाली संस्था रेलवे वित्त निगम का लक्ष्य सफल हुआ है। संस्था राज्य में सभी शिक्षण संस्थाओं में इस तरह के स्वास्थ्य उपकरणों की स्थापना के लिए प्रयासरत है। 

   संस्था के अध्यक्ष बीएन शर्मा ने कहा कि राज्य के 80 शिक्षण संस्थाओं को एयरपोर्ट ऑथोरिटी ऑफ इंडिया के माध्यम से शिक्षा की नवीनतम पद्धति डिजिटल शिक्षा उपकरणों से आच्छादित किया जा रहा है। जिसमें रुद्रप्रयाग जनपद के 18 विद्यालय शामिल है। जबकि स्वास्थ्य स्वच्छता एवं बालिका हाईजीन योजना के सकारात्मक परिणामों को देखते हुए राज्य के 65 विद्यालय स्वास्थ्य एवं स्वच्छता उपकरणों से आच्छादित किए जा रहे हैं। इस योजना में रुद्रप्रयाग जनपद के भी 20 शिक्षरण संस्थान लाभान्वित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि दोनों योजनाओं की स्वीकृति अंतिम चरणों में है। कहा कि 10 स्वास्थ्य उपकरणों की स्वीकृति इण्डियन ऑयल से मिल चुकी है। 

    संस्था के सलाहकार श्यामलाल सुंदिरयाल ने  जिला मुख्यालय में संस्था द्वारा योजना से आच्छादित शिक्षण संस्थाओं से 10 बिंदुओं पर  तैयार की गई मूल्यांकन रिपोर्ट जारी करते कहा कि बालिका स्वास्थ्य सुरक्षा को लेकर सरकार और कोर्ट भी काफी गंभीर है। बालिका स्वास्थ्य को केंद्रित करते हुए सैनिटरी नैपकिन वैंडिंग मशीन की स्थापना के लिए भी आदेशित किया गया है। जबकि संस्था राज्य में पहले ही इस दिशा में कार्य कर रही है।उन्होंने कहा कि योजना के सतत संचालन और प्रभावी क्रियान्वयन के लिए संस्थाओं के शिक्षक अभिभावक संघ को सक्रिय किया गया है।

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