महेन्द्रमार उर्फ पप्पू- चोपता।
त्रिपुरेश्वर महादेव मंदिर सूर्यप्रयाग में चल रही श्रीमद् भागवत महापुराण कथा के तृतीय दिवस पर उमड़ी भक्तजनों की भीड़।
कथा का वाचन कर रही व्यासपीठ पर विराजमान पूज्या राधिका जोशी जी "केदारखण्डी" ने आज बताया गया कि भगवान के अंशावतार कपिल देव का जन्म किस प्रकार हुआ। जिन्होंने अपनी माता देवहूति को सांख्य योग की शिक्षा दी। और भरत जी के चरित्रों का भी वर्णन व्यासपीठ से किया गया।
एवं इस कलियुग में दुर्लभ मानव देह को सफल बनाने के लिए भगवत शरण लेनी अतिआवश्यक है।
राधिका जी के सलाहकार नवीन जोशी जी ने बताया कि
१.कथा का आयोजन पूर्व खण्ड शिक्षा अधिकारी श्रीमान रामप्रसाद बडोनी सपरिवार के द्वारा अपने पित्रों के मोक्षार्थ हेतु करवाया जा रहा है।
२.कथा का लाइव प्रसारण यूट्यूब चैनल धेनु वर्षा एवं फेसबुक पेज राधिका जी पर किया जा रहा है।
३.कथा में मधुर भजनों एवं संगीत पर विवेकानंद, ऋषिराज एवं विजेन्द्र चमोली साथ दें रहे हैं।
४.मंत्रोच्चार के द्वारा आचार्य दीपक थपलियाल, सतीश नौटियाल, सुभाष भट्ट, राजेश सेमवाल संपूर्ण क्षेत्र के वातावरण को शुद्ध कर रहे हैं। एवं साथ ही साथ
५.कार्तिक सांउड के द्वारा दूर-दूर तक यह कथा पहुंचाई जा रही है।
६.कथा श्रवण हेतु आज श्री बदरी नारायण संस्कृत विद्यालय रायकोली पिंडर घाटी थराली के आचार्य मोहित रतूड़ी जी भी पहुंचे। राजकीय इंटर कालेज तिलक नगर सुमाडी के प्रधानाचार्य डी एस राणा जी और विद्यामंदिर सुमाडी के प्रधानाचार्य कपटियाल जी भी कथा श्रवण हेतु यहां पर पहुंचे हैं।