रामरतन पवांर/जखोली
अमकोटी-त्यूँखर मोटर मार्ग गढ्ढो मे हुआ तब्दील, जान जोखिम मे डालकर ग्रामीण वाहनो मे कर रहे है सफर।
गढ्ढे भरने के नाम पर विभाग द्वारा हर साल लगाया जा रहा है सरकारी धन को लाखो रुपया का चूना।
जखोली- विकासखंड जखोली के अन्तर्गत अमकोटी त्यूँखर मोटर मार्ग जिसका निर्माण बर्ष 2002 मे इस बात को लेकर. किया गया था कि त्यूँखर गांव की जनता को मोटर मार्ग की सुविधा मिल सके, जनता की माँग के अनूरूप सरकार द्वारा सड़क का निर्माण तो करवा या गया लेकिन मोटर मार्ग निर्माण के इन बीस सालो के अन्दर जिला प्रशासन द्वारा सड़क मरोम्मत पर कोई ध्यान न देकर जनता के ध्यान को भटकाने का काम किया, इतना जरूर है कि बीच बीच मे कहीं कहीं सड़क मार्ग पर डामरीकरण का कार्य किया गया लेकिन वो भी मुश्किल से तीन साल तक भी नही टिक पाया।
गोर्ती से त्यूँखर की दूरी लगभग आठ किलोमीटर है जिसमें कि पाँच किमी सड़क पर बड़े बड़े जानलेवा गढ्ढे बने है। आज आलम यह कि वाहनो मे सवार करने वाले लोग जान को जोखिम मे डालकर सफर कर रहे हैं।
आपको बता दे कि यह मोटर मार्ग कभी पीएमजीएसवाई मे स्थानतंरण किया जाता है और कभी लोक निर्माण विभाग मे, जिस कारण से आम जनता आज तक समझ नही पायी की इस मोटर मार्ग का रखरखाव कौन विभाग कर रहा है। आज इसी परिपाटी के चलते मोटर मार्ग पर मरोम्मत का काम नही हो पाया और पूरी सड़क पर जान लेवा गढ्ढे बन गये, जबकि अभी हाल मे सरकार ने मोटर मार्गो पर बने गढ्ढो का फरमान भी जारी किया था लेकिन सरकार का यह फरमान धरा का धरा रह गया।
वर्तमान. समय मे अमकोटी-त्यूँखर मोटर मार्ग लोक निर्माण विभाग रूद्रप्रयाग के अधीन है, शिकायत करने पर लोक निर्माण विभाग गढ्ढे विभाग द्वारा गढ्ढो को भरा तो जाता है लेकिन पेंचों मे मिट्टी भरी जाती है, जो कि एक ही दिन की बारिश से बह जाते है और गढ्ढे जस की तस बन जाते हैं जबकि इन गढ्ढो के अन्दर पत्थरो का भरान किया जाना अति आवश्यक था जिससे कि कुछ समय तक रोकथाम बनी रहे।लेकिन विभाग सरकारी धन का दुरुपयोग केवल मिट्टी भरने मे कर रहा, आखिर कब तक लो० नि० वि० सड़क पर गढ्ढो मे मिट्टी भरने के नाम सरकारी धन को चूना लगाने का काम करता रहेगा।
त्यूँखर गांव के पूर्व प्रधान श्रीमती विमला देवी कैन्तूरा, पूर्व क्षेत्रपंचायत सदस्य श्रीमती लौंगा देवी पवांर, सामाजिक कार्यकर्ता रघुवीर सिह कैन्तूरा, गम्भीर सिह पवांर, हयात सिह बुटोला ने कहा कि अगर सड़क मार्ग पर इसी प्रकार से ये जानलेवा गढ्ढे बने रहे तो एक दिन इस मोटर मार्ग पर भारी दुर्घटना घट सकती है, इन्होंने लो नि वि रुद्रप्रयाग से मोटर मार्ग पर डामरीकरण करने की माँग की।


