रामरतन पवांर/गढ़वाल ब्यूरो।
जखोली के दक्षिणी व उत्तरी रेंज मे सरकारी नियमो को ताक मे रखकर ठेकेदार कर रहा है चीड़ की गुलियों का दोहन करने का कार्य- रमेश पवांर।
गुलियाँ दोहन के लिए मात्र 2 कम्पार्टमेंट मे वन विभाग द्वारा करवाया गया था टेण्डर।
जखोली-वर्तमान मे विकासखंड जखोली के वन विभाग जाखणी रेंज के अन्तर्गत चीड़ के पेड़ो से गुलिया दोहन के निविदाएं आमंत्रित की गयी, जिसके अनुसार ग्राम पंचायत कुन्याली, पांजणा, रहड़, सांकला मे ठेकेदार द्वारा पेड़ो से गुलियां निकालने का कार्य निरन्तर चल रहा है, लेकिन ठेकेदार द्वारा यह कार्य नियमो को ताक मे रखकर किये जा रहे हैं ऐसा कहना है ग्रामीणों का।
सरकारी नियमानुसार जिस कम्पार्टमेंट मे गुलियां निकालने हेतू टेण्डर निकाला जाता है ठीक उसी कम्पार्टमेंट मे गुलिया निकालने का काम किया जाता है, लेकिन यहां दक्षिणी और उत्तरी रेंज के कर्मचारियों और वनक्षेत्राधिकारी की मिली भगत से जिस कम्पार्टमेंट मे टेंडर हुए ही नही उन कम्पार्टमेंटो मे भी ठेकेदार द्वारा गुलिया दोहन करने का कार्य चल रहा है। जो की सरासर नियम के विरुद्ध है।
कैसे निकाली जाती हैं चीड़ो के पेड़ों से गुलिया, आपकी जानकारी के लिए बता दे कि जंगलो मे जो चीड़ के पेड़ महीनों, सालो से गिरे होते है उन्ही पेड़ों से जो गूदा निकलता है उसी गूदे से ये गुलिया निकाली जाती है।
कुन्यली गांव के सामाजिक कार्यकर्ता रमेश सिह पवांर ने जानकारी देते हुए बताया कि गुलिया निकालने का टेंडर केवल
कम्पार्टमेंट 20 और 21 के लिए हुआ था लेकिन वन विभाग की मिली भगत से सभी कम्पार्टमेंटो मे चीड़ की गूलियो का दोहन किया जा रहा है ,आखिर जिन कम्पार्टमेंट के लिए टेंडर हुए ही नही उन मे वन विभाग द्वारा किस नियम के अधीन गूलियो को निकालने का काम किया जा रहा है जो एक जाँच का विषय है।