रामरतन पवांर/गढ़वाल ब्यूरो।
सन बांगर के रहने वाले रघुवीर सिह रावत ने 15 दिन पूर्व दिया था खाद्य विभाग मे अपने बेटे का नाम राशनकार्ड मे चढ़वाने के लिए।
बेटे के आपरेशन हेतू बनना था आयुष्मान कार्ड, रूद्रप्रयाग विधायक के जनसंपर्क अधिकारी भूपेन्द्र भंडारी ने बड़ी मशक्कत से दर्ज करवाया नाम, समय न रहने नही बन सका आयुष्मान कार्ड।
जनपद रुद्रप्रयाग मे खाद्यविभाग में वर्षों तक नही चढाये जा रहे है उपभोक्ताओं के नाम राशनकार्ड मे।
चक्कर पे चक्कर काट रहे है राशनकार्ड धारक, फिर भी जिम्मेदारी से दूरी बनाए है बैठे है अधिकारी।
जनपद रूद्रप्रयाग मे खाद्यपूर्ति विभाग द्वारा राशन कार्ड मे छूटे गये नामो को वर्षों तक न चढाने की शिकायतें बार बार जनता के द्वारा की जा रही।
लोगों की शिकायत है कि हमे राशनकार्ड मे अपने नाम चढ़ाने के लिए जिला खाद्यपूर्ति अधिकारी कार्यालय के चक्कर काटते काटते परेशान हो जाते है।
वहीं लोगो का ये भी कहना कि वर्तमान समय मे सारे राशनकार्ड आधारकार्ड से लिंक हो चुके है और और राशनकार्डों के आधार पर सरकार द्वारा लोगों के लिये अपने बीमार व्यक्तियों को अस्पताल मे निशुल्क उपचार करवाने हेतू स्वास्थ्य कार्ड जारी करने का भी प्रावधान भी है।
लेकिन अधिकांश लोगों के नाम विभाग द्वारा राशनकार्ड मे समय पर नाम चढाये जाने से लोगो को स्वास्थ्य कार्ड बनाये जाने से वंचित रहना पड़ता है।
वही एक ताजा मामला सन बांगर के निवासी रघुवीर सिह रावत पुत्र मोर सिंह रावत का है, आपको बता दे कि रघुवीर सिह का बेटे का आपरेशन होना था और इलाज हेतू उसको इन्द्रेश अस्पताल देहरादून मे भर्ती करवाया गया था लेकिन बच्चे का नाम राशनकार्ड मे दर्ज होने के कारण आयुष्मान कार्ड नही बन पाया।
जबकि रघुवीर सिह रावत के द्वारा एफजीआई मयाली को राशनकार्ड मे नाम चढ़वाने के लिए अपने सभी प्रमाणपत्र दे दिये गये लेकिन 15 दिन बीत जाने के बावजूद भी बच्चे का नाम खाद्य विभाग द्वारा राशनकार्ड मे नही चढ़ाया गया।
जब इस बावत रूद्रप्रयाग के विधायक प्रतिनिधि भूपेन्द्र सिह भंडारी को पता चला तो उनके द्वारा विभाग मे सम्पर्क कर बड़ी मसक्कत के बाद बच्चे का नाम राशन कार्ड मे चढ़वाया गया। समय पर बच्चे का नाम राशनकार्ड मे न चढ़ने के कारण बिना आयुष्मान कार्ड के आपरेशन करना पडा़।
अगर इन गरीब परिवार के बच्चे का नाम राशनकार्ड मे अंकित होता तो निशुल्क इसका आपरेशन होता।
आखिर खाद्यपूर्ति विभाग की इतनी लापरवाही क्यो क्या समय पर निरीक्षण करना खाध विभाग मे बैठे जिम्मदार अधिकारियों की नही है कि समय पर लोगो का नाम राशनकार्ड मे दर्ज किया जाय। आज भी न जाने कितने ऐसे राशनकार्ड धारक हैं जो की सालो से अपने नाम को राशनकार्ड मे चढवाने के लिए विभाग के चक्कर काट रहे हैं।
ये सब कुछ देखते हुए सम्बंधित विभाग मे बैठे अधिकारी-कर्मचारी कुम्भकर्णी नींद सोये हुए हैं।


