रामरतन पवांर/गढ़वाल ब्यूरो।
क्या प्रदेश के मुख्यमंत्री अंकिता भंडारी हत्याकांड को इन्साफ दिला पायेंगे या नही।
पुल्कित आर्य के पिता विनोद आर्य ने किया अपने बेटे का बचाव, कहा मेरा बेटा सीधा साधा।
अंकिता भंडारी हत्याकांड की निष्पक्ष जांच कराये जाने की भले ही सरकार दावा कर रही हो, लेकिन अंकिता की हत्या क्यों की गयी आखिर भोगपूर स्थित वन तारा रिसोर्ट मे ऐसा क्या चलता था जिसके बारे मे रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी सब कुछ जानती थी ये सारे सवाल अब भी उत्तराखंड के आमजनमानस के दिमाग मे घुम रहे है क्या इससे पूर्व भी इस रिसोर्ट मे इस प्रकार के और भी प्रकरण हुए है।
जी हां अगर अंकिता की हत्या इस प्रकार हो सकती है तो फिर इस भाजपा नेता के रिसोर्ट मे इस प्रकार के जघन्य अपराध जरुर हुए होंगे। अंकिता भंडारी हत्याकांड को लेकर पूरे प्रदेश मे उबाल का माहौल बना हुआ है उत्तराखंड की जनता आरोपियों को फांसी देनी की मांग कर रही है। पुलिस जांच मे स्पष्ट हो चुका है कि वनतारा रिसोर्ट के मालिक पुल्कित आर्य व उसके सहयोगियों ने अंकिता पर गलत गतिविधियों मे शामिल होने हेतू दबाव बनाया और रिसोर्ट मे और क्या क्या होता था कहीं अंकिता भेद न खोल दे उसको चीला नहर मे फेंक दिया।
वही पूर्व राज्य मंत्री अब अपने बेटे को बेकसूर सावित करने मे कोई कोर कसर नही छोड़ रहे है, उन्होंने कहा है कि पुल्कित आर्य मेरा बेटा था और कुछ महीनों से अलग रह रहा था।मेरे बेटा एक सीधा साधा आदमी है और वह ऐसा नही कर सकता।
स्वयम पुल्कित आर्य ने साथियों सहित अंकिता भंडारी को चीला नहर मे फेंकने की बात जब स्वीकार कर ली तो पिता का अपने बेटे को बेकसूर साबित करने का कोई प्रश्न ही नही उठता आपको यह भी बता दे कि पुल्कित आर्य के इस वनतारा मे न जाने कब से जिस्मफरोशी का धन्धा चलता था न जाने अंकिता भंडारी जैसे कितनी ही शरीफ लड़कियों का कत्ल हुआ होगा, लेकिन अफसोश की बात ये है कि सरकार मे इनका दबदबा होने के कारण नाही पुलिस प्रशासन और ना ही तहसील प्रशासन कोई हस्तक्षेप कर पाया।क्या ऐसी स्थिति मे अंकिता भंडारी को इन्साफ भी मिल पायेगा या नही ये बहुत दूर की बात है।