रामरतन पवांर/ गढ़वाल ब्यूरो
अविभावको ने की विद्यालय मे अध्यापको के रिक्त पड़े पदो को भरने की माँग।
अध्यापको के चलते रिक्त पदो के चलते छात्र,छात्रो की पढ़ाई बाधित।
जखोली- सरकार शिक्षा के स्तर को बेहतर बनाने चाहे लाख दावे क्यों न करे लेकिन इन दावो के बाद भी विद्यालयो मे शिक्षा की स्थिति जस की तस बन हुई है पहाड़ों मे आज भी कई स्कूलों मे बर्षो से अध्यापको की कभी बनी हुई है।
विदित हो कि विकासखंड जखोली के राईका क्वीलाखाल मे विगत एक साल से महत्वपूर्ण विषयों के अध्यापक न होने के कारण विद्यालय मे अध्यनरत छात्रो के जीवन पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है।विद्यालय मे वर्तमान समय मे भौतिक विज्ञान, रसायनिक विज्ञान,अग्रेंजी, अर्थशास्त्र, सहित नौ विषयो के पद रिक्त चल रहे हैं साथ ही विद्यालय मे बरिष्ठ सहायक, कनिष्ठ सहायक,परिचारक व दप्तरी का पद भी महीनों से खाली पड़ा है। अध्यापक ,अविभावक संघ के अध्यक्ष महावीर प्रसाद भट्ट और क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता गजेन्द्र भट्ट ने कहा कि जिस विद्यालय मे अध्यापकों के 9 पद खाली चल रहे हो तो उस विद्यालय की शैक्षिणिक स्थिति क्या होगी इसका अन्दाजा स्कूल मे पढ़ने वाले छात्र,छात्रा ही लगा सकते है। वही जनप्रतिनिधियों व अविभावकों ने अवगत कराया है कि विद्यालय चल रहे खाली पदो को भरे जाने के विषय मे कई बार शिक्षा विभाग के अधिकारियों को खाली पदो को भरने हेतू ज्ञापन भी सौंपा गया लेकिन शिक्षा विभाग के द्वारा आज तक कोई कार्यवाही नही की। अविभावक संघ ने कहा की अगर अविलंब शासन द्वारा अगर विद्यालय मे अध्यापक नही भेजे गये तो मजबूरन हमे आन्दोलन पर उतारु होना पड़ेगा।