रामरतन सिह पवांर/गढ़वाल ब्यूरो...
ग्राम पंचायत देवल मे शम्भू प्रसाद उनियाल को ग्रामीणों ने निर्विरोध चुना प्रधान।
देवल गांव मे लगातार 45 सालो से निर्विरोध चुने जाने की प्रक्रिया आज भी बरकरार।
खोली-विकासखंड जखोली के निकटतम गांव देवल मे लगभग 45 सालो से निर्विरोध प्रधान चुनने की परम्परा आज भी कायम है।और आज फिर से यह परम्परा मध्यवधि चुनाव मे दोहराई गयी है।
उत्तराखंड शायद ही गिने चुने गांव होगे जहाँ निर्विरोध रूप मे ग्रामीणों द्वारा प्रधानो का चयन किया जाता है।
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि पूर्व मे प्रधान पद पर निर्वाचित हुए कामेश्वर प्रसाद सकलानी के निधन हो जाने के कारण प्रधान पद की सीट रिक्त हो गई थी,जिस कारण से देवल गांव मे वर्ष2019 के पंचायत चुनाव में 45 वर्षो से निर्विरोध प्रधान चुने जाने की परम्परा को जरुर झटका लगा था। लेकिन वर्तमान मे त्रिस्तरीय पंचायत उपचुनाव मे शम्भू प्रसाद उनियाल को ग्राम पंचायत देवल का ग्रामीणों की सहमति से निर्विरोध प्रधान चुन लिया गया।
शम्भू प्रसाद उनियाल एक क्रांतिकारी विचारधारा के व्यक्ति भी है। उनियाल उत्तराखंड आन्दोलनकारी होने के साथ साथ इन्होंने पृथक राज्य आन्दोलन मे अपनी सक्रिय भूमिका निभायी।
गैरसैंण राजधानी को लेकर शम्भू प्रसाद उनियाल ने14 दिन तक आमरण अनशन किया।सामाजिक मुद्दों पर हमेशा मुखर रहने वाले उनियाल के निर्विरोध प्रधान पद पर चुने जाने ग्रामीणों के बीच एक नयी उम्मीद जग्गी है। नवनिर्वाचित प्रधान शम्भू प्रसाद उनियाल काल कहना है कि ग्राम सभा के प्रत्येक नागरिक की भागीदारी ग्रामीण लोकतंत्र और गांव के विकास कार्यो के क्रियान्वयन के लिए को मजबूत करेंगे।