रामरतन सिह पवांर/जखोली
जखोली के दर्जनों गाँवो मे भारी बर्फबारी, घरो मे कैद हुए लोग।
प्रत्याशियों का भी रूका प्रचार-प्रसार का पहिया।
विधानसभा चुनाव के प्रचार प्रसार को लेकर जैसे ही बिभिन्न राजनैतिक दलो के नेताओं ने गाँव गाँव के भ्रमण करने मे तेजी लायी गयी,वैसे ही जखोली विकासखंड के अधिकतर गाँवो मे भारी बर्फबारी शूरु हो गयी है जिस कारण से अब प्रत्याशियों को दूरस्थ गाँवो मे जनता के बीच वोट माँगने की राह आसान नही दिख रही है।आपको बता दे कि जखोली ब्लाक के चिरबटिया, त्यूंखर, बुढना, पालाकुराली, धनकुराली सहित लस्या पट्टी के कई गाँवो मे आज सुबह से लगातार बर्फ गिर रही वही दूसरी तरफ, बागंर पट्टी के बधाणी, गैंठाणा, सन, कोट, धारकुड़ी, सहित कई गाँव अगर इसी प्रकार से लगातार बर्फ गिरती रही तो भारी बर्फबारी हो सकती है।इसके आलावा जखोली के स्यूर बक्सीर, भुनालगाँव जैसे दूरस्थ इलाको मे अधिक बर्फ गिरने के कारण आने जाने मे भारी समस्या पैदा हो जाती है।
जखोली ब्लाक मे आज सुबह आठ बजे लगातार हिमपात हो रहा है जिस कारण से लोग अपने अपने घरो मे कैद हो गये है बर्फ गिरने से भारी ठिठुरन भी पैदा हो गयी। अब ऐसी स्थिति बनी रहेगी तो किसी प्रत्याशी का डोर टू डोर वोट माँगने जाना असंभव है।
एक तरफ बर्फ का गिरना दूसरी तरफ चुनाव होना ये दोनो चीजो की मार अब प्रत्याशियों के सामने भारी चुनोती उबर के सामने आ गयी।मतदान के लिए मात्र 11 दिन शेष है अब उम्मीदवार बर्फ वाले इलाको मे जायें जायें कैसे ,यही हाल आज से 18 बर्ष पूर्व यानी 2004 के विधानसभा चुनाव मे भी हुए थे।
और आज फिर से 2022 के विधानसभा चुनाव मे एक बार यही कहानी देखने को मिल रही है।