रामरतन सिह पवांर/गढ़वाल ब्यूरो
पूर्व केबिनेट मंत्री पर अभी तक विश्वास था काग्रेंस शीर्ष नेतृत्व का वापस लेगें नामांकन, अपने वादे पर अडिंग रहे।
लगातार गांव गांव का भ्रमण कर जनता से ले रहे है जीत का आशीर्वाद, जनता दिख रही है मातबर सिह कंडारी के साथ मुस्तैद।
जखोली-काग्रेंस के शीर्ष नेताओं को आज भी ये उम्मीद थी कि पार्टी से बगावत कर निर्दलीय चुनाव मैदान मे उतरे पूर्व केबिनेट मंत्री मातबर सिह कंडारी अपने समस्त कार्यकर्ताओं के साथ फिर से पार्टी मे वापसी करेंगे।
क्योंकि आज नामंकन वापसी का आखिर दिन था लेकिन कंडारी के नामांकन वापस न लिए जाने से काग्रेंस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के सामने विकट स्थितियां बन गयी हैं।
आखिर मातबर सिह कंडारी अपने आप मे एक कुशल नेतृत्वकारी और चुनाव लड़ने मे एक परिपक्व खिलाड़ी के साथ एक बेहतर जानकारी रखने वाले भी है। आपको बता दूं कि काग्रेंस के बड़े बड़े नेताओं ने कंडारी को चुनाव न लड़ने से काफी मनाने बुझाने की कोशिश की लेकिन मातबर सिह कंडारी अपने ईमान, धरम पर अडिंग रहे।
अगर वे कच्चे खिलाड़ी होते तो कभी भी चुनाव लड़ने से डगमगा जाते लेकिन उन्होंने क्षेत्र की जनता व कार्यकर्ताओं के मान सम्मान बचाये रखने के लिये रण मे उतर कर अपने स्वाभिमान को भी बनाए रखा। आपको बताते चलूं कि कंडारी आज क्षेत्र भ्रमण के दौरान अरखुण्ड, दानकोट, किमाणा, उच्छोला, माथ्यागाँव, भुनालगाँव, बक्सीर आदि गाँवो का भ्रमण कर क्षेत्रीय जनता से मुलाकात की।
इस दौरान कंडारी ने बताया कि आज मुझे जनता ने आगे बढने की हिम्मत दी और कहा कि अब भाजपा और काग्रेंस को सबक सिखाने का समय आ चुका है और रूद्रप्रयाग विधानसभा मे पहलीबार कोई स्वतंत्र रुप से चुनाव लड़ रहा प्रत्याशी विधानसभा पहुँचने मे कामयाब होगा। क्षेत्र भ्रमण के दौरान पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष लक्ष्मी राणा, अंकुर रौथाण, ठाकुर गजेन्द्र पवांर, होशियार सिह रावत, लव कंडारी, डा०अमित नेगी, विशाल सिह रावत, नरेन्द्र टम्टा, संजय जग्गी, मनोज जग्गी, सुनील नेगी, पंकज नेगी, रघुवीर चौधरी, बुद्धि सिह, मकर बैरवाण, दिवान सिह मेंगवाल, कैलाश भट्ट, रणबीर गुसाईं, जसपाल लाल, सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे।