बधाणीताल को पर्यटन मानचित्र पर मिलेगी नई पहचान।
₹336 लाख के विकास कार्यों का शिलान्यास।
जखोली (रुद्रप्रयाग)। जनपद रुद्रप्रयाग के विकासखण्ड जखोली स्थित प्रसिद्ध बधाणीताल के दिन अब बहुरने वाले हैं। राज्य सेक्टर (वर्ष 2025-26) के अंतर्गत पर्यटन विकास की अवस्थापना निर्माण योजना के तहत, बधाणीताल के सौन्दर्यीकरण एवं विकास कार्यों का भव्य शिलान्यास किया गया। ₹336.52 लाख की लागत से होने वाले इन कार्यों का शुभारंभ मंगलवार को विधायक भरत चौधरी, जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम कठैत और जिलाधिकारी प्रतीक जैन द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।
नैसर्गिक सौंदर्य के साथ आधुनिक सुविधाओं का संगम
बधाणीताल को एक आकर्षक और सुविधायुक्त पर्यटन स्थल बनाने के लिए मास्टर प्लान तैयार किया गया है। प्रस्तावित कार्यों के तहत यहाँ ग्लास हाउस, कैफेटेरिया, रैलिंग, फुटपाथ और एक बहुउद्देशीय मंच का निर्माण किया जाएगा। इसके साथ ही ताल का प्राकृतिक सौन्दर्यीकरण भी किया जाएगा ताकि इसकी मूल सुंदरता बनी रहे। इन विकास कार्यों की जिम्मेदारी ग्रामीण निर्माण विभाग (रुद्रप्रयाग) को सौंपी गई है। शिलान्यास के अवसर पर अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने स्थानीय मातृशक्ति के साथ ताल की परिक्रमा कर सांस्कृतिक और धार्मिक परंपराओं का सम्मान भी किया।
मुख्यमंत्री की प्राथमिकता और विधायक का विजन
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधायक भरत चौधरी ने कहा कि बधाणीताल अपनी नैसर्गिक सुंदरता के लिए विशिष्ट पहचान रखता है। उन्होंने याद दिलाया कि 14 अप्रैल 2022 को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस क्षेत्र का भ्रमण किया था और वे यहाँ के सौंदर्य से खासे प्रभावित हुए थे। विधायक ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता ऐसे शांत और सुंदर स्थलों को विकसित कर स्थानीय लोगों के लिए रोजगार और आजीविका के नए द्वार खोलना है।
स्वरोजगार और ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर जोर
जिलाधिकारी प्रतिक जैन ने बधाणीताल को जिले की पर्यटन अर्थव्यवस्था का केंद्र बताया। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन का लक्ष्य न केवल बधाणीताल, बल्कि पूरे बांगर क्षेत्र को पर्यटन मानचित्र पर स्थापित करना है। इसके लिए नए ट्रैकिंग मार्गों का विकास और होम-स्टे योजनाओं को बढ़ावा दिया जा रहा है। जिलाधिकारी ने सड़क कनेक्टिविटी पर जोर देते हुए बताया कि मयाली–बधाणीताल मार्ग पर कार्य प्रगति पर है और गांवों के आंतरिक मार्गों के लिए भी बजट का प्रावधान किया जा रहा है। उन्होंने पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए ताल में मछलियों को दाना खिलाया और स्वच्छता बनाए रखने की अपील की।
पलायन पर लगेगा अंकुश
पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष महावीर पंवार ने कहा कि सुनियोजित प्रयासों से बधाणीताल को अब वास्तविक पहचान मिल रही है। पर्यटन को रोजगार से जोड़ने की इस पहल से पर्वतीय क्षेत्रों में पलायन की समस्या को कम करने में मदद मिलेगी। कार्यक्रम के दौरान ग्रामीणों ने पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ अतिथियों का गर्मजोशी से स्वागत किया और अपनी समस्याएं भी साझा कीं।
इस गरिमामय अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी राजेंद्र सिंह रावत, उप जिलाधिकारी अनिल सिंह रावत, जिला पर्यटन विकास अधिकारी राहुल चौबे सहित भारी संख्या में जनप्रतिनिधि और ग्रामीण मौजूद रहे।


