रिकॉर्ड 17.39 लाख दर्शनों के बाद कल बंद होंगे बाबा केदारनाथ धाम के कपाट।
प्रातः 8:30 बजे शीतकाल हेतु कपाट होंगे बंद, पंचमुखी डोली ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ के लिए करेगी प्रस्थान, प्रशासन ने पूरी की सभी तैयारियां।
रुद्रप्रयाग: विश्व प्रसिद्ध श्री केदारनाथ धाम के कपाट कल यानी 23 अक्टूबर, 2025 (गुरुवार) को शीतकाल के लिए विधिवत बंद कर दिए जाएंगे। मंदिर समिति से मिली जानकारी के अनुसार, कपाट बंद करने की प्रक्रिया प्रातः 8:30 बजे पूर्ण वैदिक मंत्रोच्चार, पूजा-अर्चना एवं धार्मिक परंपराओं के साथ संपन्न होगी। विशेष पूजा-अर्चना के साथ यह प्रक्रिया प्रातः चार बजे से ही शुरू हो जाएगी।
ओंकारेश्वर मंदिर के लिए डोली यात्रा का प्रस्थान
कपाट बंद होते ही भगवान केदारनाथ की पंचमुखी उत्सव डोली अपनी शीतकालीन गद्दीस्थल, ओंकारेश्वर मंदिर, ऊखीमठ के लिए प्रस्थान करेगी। डोली यात्रा कल केदारनाथ धाम से शुरू होकर प्रथम पड़ाव रामपुर और द्वितीय पड़ाव गुप्तकाशी होते हुए ऊखीमठ पहुंचेगी, जहां उसका भव्य स्वागत किया जाएगा। शीतकाल की पूरी अवधि में बाबा केदारनाथ की पूजा-अर्चना ऊखीमठ स्थित ओंकारेश्वर मंदिर में ही नियमित रूप से सम्पन्न की जाएगी।
17.39 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने किए दर्शन
इस वर्ष की यात्रा अभूतपूर्व रही है, जिसमें लगभग 17.39 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने अब तक बाबा केदारनाथ के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया है।
प्रशासन ने पूरी कीं व्यवस्थाएं
कपाट बंद होने के इस महत्वपूर्ण अवसर पर जिला प्रशासन, पुलिस, आपदा प्रबंधन, यात्रा प्रबंधन एवं संबंधित विभागों द्वारा सभी आवश्यक व्यवस्थाएं पूरी कर ली गई हैं।
वीआईपी ने की व्यवस्थाओं की सराहना
इस यात्रा सत्र में धाम पहुंचे राज्यपाल ले.ज. गुरमीत सिंह (से.नि.), मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन, गढ़वाल सांसद अनिल बलूनी एवं गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडे सहित कई गणमान्य व्यक्तियों ने भी व्यवस्थाओं की सराहना की।
सुरक्षा और यातायात के कड़े इंतजाम
जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग प्रतीक जैन ने बताया कि कपाट बंद होने की सभी तैयारियां पूर्ण हैं, और तीर्थयात्रियों तथा श्रद्धालुओं की सुरक्षा, यातायात, चिकित्सा एवं अन्य व्यवस्थाओं के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं।