हिमालय की आवाज/
दहेज उत्पीड़न एवं हत्या की आशंका के चलते मृतका के भाई ने करवाई प्राथमिकी दर्ज ।
मृतका के परिजनों का आरोप है कि आरोपियों की तरफ से शांति दूतों को भेज कर मामले को रफा दफा करने का दबाब बनाया गया।
उत्तरकाशी पुरोला में शुक्रवार 20 सितंबर 2024 की सुबह एक दर्दनाक घटना सामने आयी थी जिसमें एक विवाहिता ने फांसी लगाकर आत्महत्या की थी। मृतका का मायका दशज्यूला कांडई जनपद रुद्रप्रयाग तथा ससुराल ग्राम चामक कौशलपुर बसुकेदार है। मृतका के भाई और परिजनों ने थाना पुरोला जनपद उत्तरकाशी में जहां मृतक महिला अपने पति रहती थी व कमरे में मृत पायी गयी थी में प्राथमिकी दर्ज करके दहेज उत्पीड़न और मानसिक उत्पीड़न के गंभीर आरोप तहरीर में लगाए हैं।
मृतका के परिजनों के द्वारा दी गयी तहरीर में आरोप लगाया गया है कि ग्राम चामक कौशलपुर बसुकेदार जनपद रुद्रप्रयाग के नरेश सेमवाल उसकी माता और जीजा ने दहेज की भूख के चलते मेरी बहन यामिनी की हत्या कर डाली। इन सब के द्वारा काफी समय से यामिनी का मानसिक शोषण किया जा रहा था । हर बात पर उसको गलत ठहराना उसको नीचा दिखाना इन सब की दिनचर्या का हिस्सा बन चुका था।
स्थिति को देखते हुए जब हमारे परिवार ने सोचा ही था की बहन यामिनी को मायके ले आएं तो इन सबको यह भी मंजूर न हुआ और उसकी हत्या करने की साजिश को अंजाम दे दिया ।
इतने से भी पेट न भरा तो अंतिम संस्कार होने के तुरंत बाद अपने शांतिदूतो को मेरे पास भेजकर समझौते का प्रस्ताव भिजवा दिया । रही समझौते की बात तो ये वही लोग हैं जो इंसान की जान की कीमत पैसे से तोलने में जरा सी भी शर्म नही दिखाते ।
जब तक में और मेरे रिश्तेदार लोग रुद्रप्रयाग से उत्तरकाशी पहुंचते , शव को नजदीकी अस्पताल नौगांव उत्तरकाशी में ले जाया जा चुका था और पंचनामा भारा जा चुका था। मेरी ओर मेरे परिवार का उत्तरकाशी पुलिस और उत्तराखंड सरकार से अनुरोध है कि इस मामले में हमे इंसाफ दिलाए और आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलवाए।