रामरतन पवांर/गढ़वाल ब्यूरो।
जंगल मे गाय चगांने गये बुजुर्ग पर भालू ने किया प्राण घातक हमला।
भालू के हमले 71 बर्षीय बुजुर्ग बूरी तरह हुआ जख्मी। इलाज हेतू हायर रेफर सेंटर किया रवाना।
कखि चौमासे की बरखा न रगड़ बगड़ होणु अर कखि रिख अर बाघ मन्ख्यों पर बिलकुणु, बांदरों सगवड़ी घाम लगेंनि अर सुंगरू न फूगुंडियों बांजा धोल दिनी ये बात बरबस तब पहाड़ का किसान बोल देता है। मानव वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं का लगातार बढ़ना कहीं न कहीं पारिस्थिकी तंत्र प्रभावित हुआ है किस कारण से हुआ यह शोध का विषय है।
रुद्रप्रयाग-ग्रामीण क्षेत्रो मे कभी गुलदार से दहशत तो कही भालूओं से ऐसी घटनाएं लगातार अक्सर हर रोज देखने व पढ़ने को मिलती हैं,जब इन खतरनाक जंगली जानवरों द्वारा लोगो पर हमला किया जाता था है तो पूरे क्षेत्र मे डर का माहौल पैदा हो जाताहै है।
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि जनपद रूद्रप्रयाग के अन्तर्गत खड़पतियाखाल के कांडा गाव का रहने वाला 71 बर्षीय बुजुर्ग गुमान सिह अपनी गाय को चुगाने जंगल गये थे, कि जंगल के आधा किलोमीटर की दूरी पर अचानक भालू ने गुमान सिह पर हमला कर दिया। लगभग 10 मिनट तक 70 बर्षीय बुजुर्ग का भालू के साथ संघर्ष होता रहा, किसी तरह ये भालू के चंगुल से छूट कर दौड़ते हुए सड़क तक भाग आया।
इसी बीच अन्य लोगो ने चील पुकार सुनी और लोग मदद के लिए दौड़े। बताया जा रहा है कि घटना से 500 मीटर की दूरी पर एक स्कूल है, इस विद्यालय के अध्यापक भी बुजुर्ग की मदद के लिए दौड़ पड़े। उसके बाद स्थानीय लोगो के द्वारा गुमान सिह को उपचार के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया। चिकित्सकों के मुताबिक उनके सिर पर गहरी चोटे आयी है।
जबकि भालू द्वारा व्यक्ति के नाक और कान को काफी चोटे पहुंचायी है, व्यक्ति की गंभीर हालत को देखते हुए डाक्टरों ने इलाज के लिए हायर रेफर सेटंर भेज दिया।