रामरतन पवार/गढ़वाल ब्यूरो
गाँवो मे कुछ जनप्रतिनिधि ऐसे भी जो ईमानदारी के साथ विकास कार्यों को देते है प्राथमिकता।
मनरेगा/राज्य वित/पन्द्रहवें वित्त आयोग से विकास कार्यों के लिए सरकार से मिलने वाली धनराशि का देवल गांव के प्रधान शम्भू प्रसाद ने किया सदपयोग।
जखोली। वैसे तो जखोली मे दर्जनों ग्राम पंचायतों मे मनरेगा राज्य वित्त/पन्द्रहवें वित के अन्तर्गत कराये गये व कराये जाने वाले विकास कार्यो मे भारी अनमितताएँ बरती गयी हैं जिसका परिणाम जाँच के बाद ही निकल सकता है।
लेकिन आज भी कुछ ग्राम पंचायतों के प्रधानो मे गाँवो मे कराये जाने वाले निर्माण कार्यों के प्रति ईमानदारी प्रतीत होती है, इन ईमानदार जनप्रतिनिधियों के आगे कर्मचारियों व अधिकारियों की एक भी नही चलती है, वो इसलिए कि वो ग्राम प्रधान चाहे मनरेगा हो या राज्य वित्त हो या फिर पन्द्रहवां वित्त हो के कार्यो को मानक के अनुसार करवा रहे हैं। जिसका जीता जागता एक उदाहरण जखोली के निकटवर्ती गाँव देवल का है।
ज्ञात हो कि ग्राम पंचायत देवल के प्रधान शम्भू प्रसाद उनियाल द्वारा अपनी ग्रामसभा मे राज्य वित्त/पन्द्रहवें वित्त सहित मनरेगा के तहत कराये गये विकास कार्यो की खूब सराहना की जा रही है।
प्रधान द्वारा देवल गांव मे लगभग राज्य वित्त/पन्द्रहवें वित्त को मिलाकर लगभग 2 लाख 80 रुपये की लागत से 300 मीटर सी सी रेलिंग मार्ग बनवाया गया है जो कि शानदार व मानको के अनूरूप बनाया गया है, इस सी सी मार्ग की सबसे बड़ी खासियत ये है कि इस पर कार व दो पहिये वाहन आराम से जा सकते हैं क्योंकि मार्ग काफी चौड़ा बनाया गया है, वही देवल ग्राम पंचायत के अन्तर्गत प्रधान द्वारा एक अमृत सरोवर का भी निर्माण किया गया है जो कि अन्य गांवों मे बनाये गये अमृत सरोवरो से बेहतर बनाया गया।
इस अमृत सरोवर मे पानी भरने से नीचे बसे गाँवो मे स्थित पानी के पेतृक स्रोतों का रिचार्ज होना निश्चित है। साथ ही इस सरोवर के पानी से ग्रामीणों की काफी जमीन भी सिचिंत हो सकती है।
वही देवल के प्रधान शम्भू प्रसाद उनियाल का कहना है कि मैने मेहनत, ईमानदारी के साथ मैने अपने गाँवो मे विकास कार्यो को प्राथमिकता दी है जिसमे कि ग्रामीण ने भरपूर सहयोग दिया है।