रामरतन पवांर/गढ़वाल ब्यूरो
राजकीय महाविद्यालय जखोली तथा संस्कृत भारती रुद्रप्रयाग के संयुक्त तत्वाधान में किया गया संस्कृत शोभायात्रा महोत्सव का आयोजन।
संस्कृत सप्ताह के आयोजन के अंतर्गत राजकीय महाविद्यालय जखोली और संस्कृत भारती रुद्रप्रयाग के संयुक्त तत्वाधान में संस्कृत सप्ताह के द्वितीय दिवस के शुभ अवसर पर एक विशाल संस्कृत शोभा यात्रा का आयोजन किया गया। जिसमें महाविद्यालय के छात्रों सहित प्राध्यापक वर्ग, जनप्रतिनिधि एवं कार्यालय कर्मचारी वर्ग ने प्रतिभाग किया। शोभायात्रा मयाली पेट्रोल पंप से शुरू होकर मयाली बाजार से होती हुई महाविद्यालय पहुंचने पर संपन्न हुई ।
रैली को संबोधित करते हुए समाजशास्त्र विभाग अध्यक्ष डॉ. बबीत कुमार विहान ने छात्र-छात्राओं को संस्कृत की प्राचीन परंपरा के बारे में विस्तार से व्याख्यान दिया एवं संस्कृत विभाग की विभाग अध्यक्ष डॉ. भारती ने रैली में शामिल सभी लोगों को धन्यवाद दिया । संस्कृत सप्ताह के तृतीय दिवस पर महाविद्यालय में संस्कृत विभाग द्वारा संस्कृत महोत्सव का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ.(कु.) माधुरी द्वारा की गई ।
कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. (कु.) माधुरी एवं मुख्य अतिथि भगवती प्रसाद भट्ट द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। कार्यक्रम में पुस्तक प्रदर्शनी तथा छात्र - शिक्षक सम्मान समारोह का भी आयोजन किया गया। विद्यार्थियों द्वारा सरस्वती वंदना, संस्कृत गीत, संस्कृत श्लोक और संस्कृत संभाषण और संस्कृत नृत्य द्वारा कार्यक्रम में प्रतिभाग किया गया ।
महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ.(कु.)माधुरी द्वारा संस्कृत विभाग एवं छात्र-छात्राओं को संस्कृत दिवस और संस्कृत सप्ताह उत्कृष्ट आयोजन के उपलक्ष्य में शुभकामनाएं प्रेषित की गई और संस्कृत के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला गया । कार्यक्रम संयोजिका संस्कृत विभाग की अध्यक्षा डॉ. भारती द्वारा संस्कृत दिवस की शुभकामनाएं दी गई तथा इस सप्ताह व दिवस को मानने पर भी विस्तार पूर्वक प्रकाश डाला गया। कार्यक्रम के मध्य- मध्य में विद्यार्थियों से पहेलियां एवं संस्कृत से संबंधित प्रश्न पूछे गए तथा विजयी विद्यार्थियों को पुरस्कृत भी किया गया ।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि तथा मुख्य वक्ता भगवती प्रसाद भट्ट द्वारा संस्कृत भाषा के विभिन्न क्षेत्रों में प्रसिद्धि प्राप्त करने जैसे चंद्रयान-3 में विजय होने में वेदों की महत्ता को परिलक्षित किया गया । कार्यक्रम की समाप्ति पर वरिष्ठ प्राध्यापक हिंदी विभाग अध्यक्ष डॉ. सुभाष कुमार द्वारा संस्कृत भाषा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कार्यक्रम में उपस्थित सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया गया।
इस अवसर पर कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वालों में डॉ. कविता अहलावत, डॉ.दलीप सिंह, श्री सुमित बिजलवाण, श्री कैलाश, श्री कर्ण पंवार, श्री देवेंद्र, श्री महावीर, श्री अनिल, श्री सुरेंद्र पुरोहित, श्री जगदीश प्रसाद महंगाई, छात्र हिमांशु, आदित्य, अंबुज, लक्ष्मण, संजना राणा, अजीता, ज्योति तथा अन्य छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।