बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर 21भूस्खलन जोन और 13 भूधसाव जोन सक्रिय ।
पहाड़ों में सावन के मेघ बने आफत की बारिश के चलते ऋषिकेश बद्रीनाथ हाइवे तोता घाटी सहित कई स्थानों पर भूस्खलन के चलते यात्रियों व स्थानीयों के लिए परेशानी का सबब बन गया।
पहाड़ों मे बारिश के चलते हो रहे भूस्खलन से बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग परेशानी का सबक बना हुआ है। यात्रियों सहित स्थानीय लोगों को भी सड़कें और हाईवे बंद होने से परेशानियों का सामना करना पड़ा रहा है। भूस्खलन के कारण शनिवार को ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग एक बार फिर तोताघाटी के पास बाधित हो गया जिसके चलते ट्रैफिक को डायवर्ट किया गया।
बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग तोता घाटी में अपराहन वाहनों के आवागमन के लिए खोला जा सका। लेकिन फिर अपराहन बाद ऋषिकेश बदरीनाथ हाईवे बगवान के समीप पहाड़ी से हाईवे पर मलबा गिरने से बाधित हो गया है
ऋषिकेश- बद्रीनाथ एनएच पर तोता घाटी के समीप भूस्खलन के बाद ऋषिकेश से श्रीनगर की ओर जाने वाले वाहनों को वैकल्पिक मार्गाे से वाया खाड़ी, गजा, देवप्रयाग होते हुए श्रीनगर से भेजे गए। वहीं श्रीनगर से आने वाले वाहनों को भी इस मार्ग से भेजा गया है। भारी वाहनों को तपोवन तथा भद्रकाली में रोका जा रहा है। भूस्खलन से पूरा मार्ग बंद हो गया था। यहां पैदल चलने के लिए भी जगह नहीं बची है।
बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग ऋषिकेश से बद्रीनाथ स्थिति बहुंत खराब हो गई है। हाईवे पर 20 भूस्खलन और 11 भूधंसाव जोन सक्रिय हो गए है। कई पुराने भूस्खलन जोन भी सक्रिय होने से वाहनों की आवाजाही खतरनाक बनी हुई है।पुरसाड़ी और मैठाणा के बीच करोडो रुपये खर्च कर ट्रीटमेंट के पांच साल बाद फिर से भू-धंसाव होने से हाईवे का करीब 100 मीटर हिस्सा तेजी से अलकनंदा की ओर धंस रहा है। यहां एन एच मिट्टी बिछाकर गड्ढे भरने का प्रयास कर रहा है। लेकिन उनको सफलता
नही मिल रही है। बदरीनाथ हाईवे पर ऑलवेदर रोड परियोजना कार्य के तहत हुई हिल कटिंग से जगह-जगह फिर से पुराने भूस्खलन क्षेत्र सक्रिय हो गए हैं।



