रामरतन पवांर/गढ़वाल ब्यूरो।
आधी अधूरी तैयारी के साथ शुरू होगी चार धाम यात्रा - सूरज नेगी।
सोनप्रयाग से केदारनाथ धाम तक समस्याओं का अंबार।
राष्ट्रीय राजमार्ग पर झेलनी होगी यात्रियों व स्थानीय लोगों को भारी परेशानी।
जहां एक और देश के लाखों श्रद्धालुओं द्वारा बड़े उत्साह के साथ चार धाम यात्रा को लेकर भारी उम्मीद है वही शासन और प्रशासन द्वारा सरल सुगम व सुरक्षित यात्रा के दावों पर प्रश्नचिन्ह लगा दिए है ऐसे में आने वाले कुछ समय तक सबसे कठिन होने वाली श्री केदारनाथ धाम की यात्रा को लेकर सरकार व प्रशासन के दावे खोखले साबित हो सकते हैं।
यहां जारी बयान में उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता सूरज नेगी ने कहा कि चार धाम यात्रा जहां अस्थानीय स्तर पर रोजगार के लिए वरदान साबित होती है वहीं पूरे भारत मे उत्तराखंड की छवि देव भूमि के नाम से जानी जाती है ऐसे मे यात्रा को लेकर उत्तराखंड सरकार व प्रशासन की लापरवाही को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा उत्तराखंड में चार धाम यात्रा का आगाज शुरू हो चुका है तथा यात्रियों ने अपनी यात्रा के लिए देशभर से प्रस्थान शुरू कर दिया है।
मगर चार धाम की यात्रा में सबसे कठिन यात्रा श्री केदारनाथ धाम की होने जा रही है। उन्होंने कहा कि वैसे तो सदैव श्री केदारनाथ धाम की यात्रा सबसे कठिन रही है मगर आज के दौर में जिस प्रकार की सुविधाएं यात्रियों को दिए जाने के दावे सरकार व प्रशासन द्वारा किए गए हैं वह एक कोरे झूठ से कम नहीं है।। क्योंकि अधिकारियों द्वारा लगातार झूठी रिपोर्ट सरकार को सौंपी गई और सरकार ने आंख बंद कर अधिकारियों के बातों को सच मानता रहा तथा आज जमीन पर हकीकत बिल्कुल उलट है श्री नेगी ने कहा कि सरकार व प्रशासन द्वारा केदारनाथ यात्रा मार्ग पर स्थानीय व्यवसाई की भी भारी उपेक्षा की जिसके चलते पर छोटे व्यवसाई को यात्रा शुरू होने से पूर्व ही बड़े नुकसान का सामना करना पड़ रहा है । वही पैदल यात्रा मार्ग जगह-जगह पर क्षतिग्रस्त पड़ा है। धाम में बिजली पानी सुचारु रुप से शुरू नहीं हो पाया है । पैदल मार्ग पर बिजली पानी शौचालय की सुविधा सुचारू नहीं हो पाई है उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग आज भी सबके लिए चुनौती साबित हो रहा है।
श्री नेगी ने कहा कि सरकार प्रशासन द्वारा समय पर घोड़े खच्चर डंडी कंडी वालों की सुध नहीं ली गई जिनके दम पर श्रद्धालु पैदल यात्रा को पूरा करते हैं तथा यात्रियों को सुरक्षित केदारनाथ धाम तक पहुंचाते हैं वही पैदल मार्ग पर व्यवसाय करने वाले स्थानीय लोगों को प्रशासन की दुस्वारियों का भी सामना करना पड़ा जो समझ में नहीं आता कि सरकार स्वरोजगार के दावे किस बिना पे करती है सोनप्रयाग केदारनाथ पैदल मार्ग पर स्थानीय लोगों को प्रशासन द्वारा डराया और धमकाया गया यह बात भी समझ से परे है।
उन्होंने कहा कि प्रशासन लगातार बड़ी कंपनियों के साथ गठजोड़ पर बनाए रखता है और छोटे व्यवसाई को प्रताड़ित करता रहा जिसके चलते हैं पिछले 6 माह से प्रशासन द्वारा राजमार्ग को ठीक करने के खोखले दावे किए जा रहे थे। लेकिन अब सरल सुगम व सुरक्षित यात्रा में सबसे बड़ी बाधा राष्ट्रीय राजमार्ग बन सकता है। श्री नेगी ने कहा कि राज्य के स्वास्थ्य सचिव पैदल मार्ग से केदारनाथ धाम जा सकते हैं मगर जनपद के आला अधिकारी सिर्फ हवाई दौरों तक सीमित रह गए जिसका नतीजा रहा कि आज आधी अधूरी तैयारियों के साथ ही श्रद्धालुओं को केदारनाथ धाम की यात्रा करनी पड़ेगी और सरकार व प्रशासन के सरल सुगम व सुरक्षित यात्रा के दावे सिर्फ खोखले साबित होंगे।