रामरतन पवांर/गढ़वाल ब्यूरो।
मयाली बाजार मे सड़क के दोनो ओर अनावश्यक तरीक़े से किया जाता है वाहनो खड़ा, जिस कारण से बाजार मे बन जाती है जाम की स्थिति।
जखोली में पुलिस चौकी होने के बावजूद भी समय पर नही दिखते हैं पुलिस के जवान।
ट्रेफिक व्यवस्था को सुचारू रुप से संचालित करने हेतू मयाली में पुलिस प्रशासन द्वारा नही की गयी है यातायात पुलिस की व्यवस्था।
मात्र दो होमगार्डो के भरोसे चल रही यातायात व्यवस्था।
जखोली- मुख्य बाजार मयाली मे आये दिन जाम की स्थिति बनी रहती है जिसके चलते जिसके चलते आने जाने वाले अन्य वाहनो को भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि मयाली बाजार मे वाहन चालको के द्वारा सड़क के दोनो तरफ से खड़ा किया जाता है जिसमे आये दिन जाम की स्थिति बनी रहती है, सड़क के दोनो ओर वाहनो को खड़ा करना वाहन चालको की भी घोर लापरवाही का नतीजा उजागर होता है। जबकि तहसील प्रशासन और टैक्सी यूनियन तथा व्यापार संघ की बैठक में निर्णय लिया गया था कि जो पॉइन्ट निर्धारित हैं सिर्फ वही गाड़ी अपने निश्चित स्थान पर खड़ी होगी बाकी गाड़ियां पार्किंग की तरफ खड़ी होंगी। यही स्थिति मयाली बाजार में कुछ दुकानदारो द्वारा दुकान का सामान दुकान से बाहर लगाने पर भी यातायात बाधित होता है।
मयाली बाजार मे यातायात को सुचारू रुप से संचालन हेतू दो होमगार्ड के जवान जरूर ड्यूटी पर तैनात रहते हैं, लेकिन इनके आलावा अलग से प्रशासन द्वारा ट्रैफिक व्यवस्था नही गयी है।जबकि जखोली मे पुलिस चौकी होने के बावजूद भी मयाली बाजार मे एक भी पुलिस का जवान ड्यूटी करते नही देखा गया। जिससे कि पुलिस प्रशासन पर भी सवालिया निशान खड़े होते है।
आखिर पुलिस प्रशासन काम क्या होता है। गलत जगह पर खड़े किये गये वाहन का चालान करना या गलत तरीक़े से वाहन मालिकों या चालको द्वारा वाहन खड़ा किये जाने पर दण्डात्मक कार्यवाही करना, लेकिन कार्यवाही करेगा कौन जब मयाली बाजार मे कोई पुलिस वाला दिखता ही नही। आखिर मयाली बाजार की ट्रैफिक व्यवस्था राम भरोसे चल रही।
यहाँ तक तक की मुख्य बाजार मयाली मे भीड़ भरे वाहनो के बीच त्र्यृषिकेश से आने वाले सवारी बसो को बाजार मे खड़े होने की जगह भी नही मिलती है।
यह स्थिति आज ही नही अपितु यात्रा काल के दौरान भी देखने को मिलती है , यात्रि वाहनो को बाजार मे खड़ा नही होने दिया जाता है, जिसके चलते मयाली मे स्थिति होटल व व्यापारियों को भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ता है।