शराब के नशे में पशुपालन विभाग का डॉक्टर।
पशुपालन विभाग में कार्यरत पशुचिकित्सक सावन पंवार नशे में धुत होने पर स्थानीयों लोगों द्वारा पकड़ कर पशुपालन विभाग के कार्यालय तक।
जनपद चमोली के देवाल में पशुपालन विभाग द्वारा तैनात किए गए डॉक्टर सावन पंवार को नशे की हालत में स्थानीय लोग पकड़ कर पशुपालन विभाग के कार्यालय तक छोड़ आये।
सवाल यहां पर यह है कि जब यह पशुचिकित्सक शराब के नशे का आदि है और पहले भी गायब रहने के चलते हरिद्वार जनपद में अटेचमेंट किया गया था फिर अटेचमेट समयावधि पूर्ण होने पर देवाल पशुपालन विभाग में भेज दिया। इतने दुरस्त क्षेत्र जहां आकस्मिक ओर लगातार सेवा की आवश्यकता हो वहां जंनबुझकर ऐसे कर्मचारी को क्यों भेजा गया।
इनकी शराब की लत के चलते इन्होंने वीआरएस लेने के लिए आवेदन किया था पर उम्र 45 वर्ष और सेवाकाल 17 वर्ष जो वीआरएस के मानकों को पूरा नही करता के चलते इनके आवेदन पर कोई कार्यवाही नही हुई।
अब सवाल यहाँ पर पशुपालन विभाग के अधिकारियों से है कि पहाड़ पहले ही विकट परिस्थियों से जूझ रहा है ऊपर से ऐसे शराब के आदि बन चुके आदमी से इलाज क्या करवाना।
पशुपालन विभाग के यह अधिकारी जो अपने पैरों पर खड़ा नही हो पाता वह जानवरों को केस को कितना सही तरीके से परीक्षण करता होगा।
देखते हैं स्थानीयों द्वारा पशुपालन विभाग के डॉक्टर को पकड़ कर विभाग तक पहुंचाने के बाद विभाग क्या कार्यवाही करता है।