हंस फाउंडेशन द्वारा नेत्र जांच शिविर का आयोजन।
स्वास्थ्य के क्षेत्र में धर्मार्थ संस्थानों का सबसे बड़ा योगदान।
स्वास्थ्य की समस्या पहाड़ी क्षेत्रों में सबसे बड़ी समस्या है। सरकारों ने प्रयास किये अस्पताल बने पर प्रयास कितने सार्थक सिद्ध हुए यह खबरें प्रत्येक दिन देखने को मिलती हैं।
गावों में स्वास्थ्य और शिक्षा के साथ रोजगार की कमी ने आज पहाड़ वीरान कर दिये हैं क्यों वह चहल पहल पहले जैसे नही रही उसका कारण ओर समाधान दोनो सरकारों के सामने एक चुनोती लेकर खड़ा सबसे बड़ा सवाल है।
स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी को देखते हुए हँस फाउंडेशन द्वारा आज जनपद रुद्रप्रयाग के कोठियाडा गावँ में एक स्वास्थ्य शिविर का आयोजन आखों की जांच को लेकर किया।
इस स्वास्थ्य शिविर में 123 लोगों ने पंजीकरण करवाया जिसमें की जांच के बाद आंख की समस्या वाले 34 मरीजों को ऑपरेशन के लिए आने जाने की सुविधा व ऑपरेशन हंस अस्पताल चमोलीसेन पौड़ी गढ़वाल के लिए 18 अक्टूबर 2022 की तिथि नियत की गई है। यह सब सविधाएँ हंस फाउंडेशन की तरफ से निशुल्क दी जा रही हैं।
क्या यह सम्भव नही है कि सरकारी अस्पताल भी इस तरह के शिविरों का आयोजन समय समय पर गावों में आयोजित करते रहें शायद पलायन का कुछ समाधान हो जाये।
स्वास्थ्य शिविर में हंस फाउंडेशन से दीपक गुसाईं शिविर समन्वयक, डॉक्टर अतुल सेमवाल,संतोष कुमार और हीरा सिंह मौजूद थे।
इस कार्यक्रम को आयोजित करवाने में विशेष सहयोग कुमारी दीपिका भट्ट द्वारा किया गया। इस अवसर पर ग्राम प्रधान प्रतिनिधि अरुण कुमार, क्षेत्र पंचायत सदस्य श्री ज्ञान प्रकाश कोठारी, श्री गोपालदत्त, श्री भगत सिंह, श्री शिवसिंह आदि थे।