बैकडोर से हुई विधानसभा सचिवालय में भर्तियों की जांच को लेकर मुख्यमंत्री ने लिखा विधानसभा अध्यक्ष को पत्र।
अब आएगा स्वाद - विधानसभा अध्यक्ष को जांच के लिए पत्र देकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस मामले के पटाक्षेप करने व दोषियों को दण्ड ओर अनियमितता पाए जाने पर नियुक्ति को निरस्त करने की मांग।
उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि विगत दिनों से सोशियल मीडिया, प्रिंट मीडिया आदि पर विधानसभा में हुई भर्तियों को लेकर चर्चाएं चल रही हैं जिसके समाधान के लिए विधानसभा में हुई नियुक्तियां जिनके सम्बन्ध में विवाद चल रहा है उनकी उच्च स्तरीय जांच तथा अनियमितता पाए जाने पर नियुक्तियां रदद् की जाए व विधानसभा सचिवालय में भविष्य में निष्पक्ष ओर पारदर्शी तरीके से हो के लिए प्राविधान किये जायें।
आगे लिखा है कि राज्य सरकार द्वारा उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के माध्यम से की गई नियुक्तियां में अनियमितताओं के आरोपों की गहनता से जांच कराने एवं दोषियों के विरुद्ध कड़े कदम उठाए जा रहें हैं तथा विधानसभा सचिवालय में नियुक्तियों को लेकर चल रहे विवाद को ध्यान में रखकर जांच का होना आवश्यक है।
यदि विधानसभा सचिवालय में हुई भर्तियों की जांच होती है तो स्पष्ट है कि कई नेता बैकफुट पर आएंगे क्योंकि करीबी रिश्तेदारों को नोकरी पर लगाया गया है बातें ओर चर्चाएं गर्मागर्म हैं।
लोगों का विश्वास जितना तोड़ा गया है शायद ये ताबूत में आखिरी कील साबित न हो।
भर्तियों को लेकर युवाओं में रोष ओर उनके परिजनों में हताशा साफ देखी जा रही है। यह भर्तियां लोगों को वेवकूफ बना गयी।
हाकम तो छोटी मछली है उसका पकड़ा जाना कोई आश्चर्य नही है बड़ी मछली भी इस खेल में रही होंगी जिनका नाम सामने आना जरूरी है को लेकर उत्तराखंड की जनता मुखर हो गयी है जिसका असर सोशियल मीडिया पर देखा जा रहा है सिर्फ भर्ती घोटाले ओर अपने तो अपने होते हैं यही मुद्दे छाए हुए हैं।


