रामरतन सिह पवांर/गढ़वाल ब्यूरो.....
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत चयनित किये जाने के बावजूद भी पात्र परिवारो को नही मिला आवास का लाभ।
ग्रामीण क्षेत्रो मे दर्जनों चयनित पात्र परिवार आज भी काट रहे है खंडविकास अधिकारी के आफिस के चक्कर।
जखोली-केन्द्र सरकार द्वारा आवासविहीन गरीब परिवारों को प्रधानमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत की घोषणा आज से सात बर्ष पूर्व भले ही की गई हो, लेकिन केन्द्र सरकार की प्रधानमंत्री आवास जैसी ये महत्वपूर्ण योजना लोगो को कम ही रास आ रही है। इस योजना का मुख्य उदेश्य पहाड़ के आवासविहीन परिवारो को घर उपलब्ध कराना था। लेकिन कई वास्तविक परिवारों को आज भी इस योजना का लाभ नही मिल पाया। इस योजना के तहत कुछ लोगो को आवास का लाभ जरुर मिला लेकिन जरूरतमंदो को इस योजना का लाभ नही मिल पाया।
ज्ञात हो कि विकासखंड जखोली के अन्तर्गत ग्राम पंचायत घरड़ा के भिराड़ी के अनुसूचित बस्ती मे रहने वाले एक गरीब परिवार संदीप लाल पुत्र बिरेन्द्र लाल का चयन पाँच साल पूर्व प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए किया गया था लेकिन अभी तक इस आवासविहीन परिवार को घर नही मिला।
आलम यह है कि संदीप लाल के पास मात्र दो कमरे है और वो भी जीर्ण शीर्ण स्थिति मे है मकान पर बड़ी-बड़ी दरारें पड़ी है जो कि मौत को दावत दे रही है। इसके आलावा 9 जुलाई की दोपहर मे भारी बारीश के चलते संदीप लाल का मकान जीर्ण शीर्ण स्थिति मे होने कारण और भी टूट चुका है,गनीमत ये रही कि उनके साथ कोई अनहोनी नही हुई।
वही पीड़ित परिवार का कहना है कि हमारे अब कोई और दूसरा मकान नही है जिसमे हम रह सके जिस मकान मे संदीप लाल का परिवार शरण लिए हुये है वो मकान उसके भाई का है।
विडम्वना इस बात की है कि आखिरकार जो वास्तविक रुप से आवासविहीन हैं या आवास के लिए पात्र परिवार है उन परिवारों को सर्वेक्षण के बाद क्यो आवास से वंचित रखा गया, जबकि ऐसे परिवारों को प्रथमतया पात्रता सूचि मे रखना अतिआवश्यक था। इससे ये प्रतीत होता है कि आवास आबंटन मे कही लेन देन का खेल तो नही चला, जिसकी जाँच होनी अति आवश्यक है।