रामरतन सिह पवा/जखोली
दो दिवसीय कार्यशाला का किया गया आयोजन।
जखोली-गोविन्द बल्भपंत राष्ट्रीय हिमालय पर्यावरण संस्थान श्रीनर गढ़वाल द्वारा जखोली के पगरोली नामक तोक मे काश्तकारों प्रशिक्षको, ग्रामीण महिलाओं के मशरुम उत्पादन मे आजिविका संवर्धन को लेकर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यशाला मे काश्तकारों को मशरुम उत्पादन से स्वरोजगार एवं आत्मनिर्भर बनाने के लिए ग्रामीण काश्तकारों को जागरूक बनाने हेतू जागरुक कराये जाने पर विशेष जोर दिया गया।
कार्यशाला का संचालन संस्थान के बरिष्ठ शोधार्थी सुधांशु चमोली ने किया। कार्यशाला के मुख्य अधिकारी व वक्ता एल एस रावत ने संस्थान का परिचय एवं कार्यक्रम का विवरण देते हुये कहा कि ग्रामीणों को जैविक खेती और मशरुम उत्पादन को स्वरोजगार से जोड़कर किसी तरह अपनी आजिविका को बेहतर बना सकते है।संस्थान के डाक्टर सतीश मोहन बहुगुणा व डा० रविन्द्र वशिष्ठ ने स्थानीय काश्तकारों को मशरुम उत्पादन के गुर सिखाते हुये अन्य औषधीयपौधो की जानकारी दी।
वरिष्ट काश्तकार हयात सिह राणा ने भी काश्तकारों को मशरुम पर जोर देने की बात कही।साथ ही कृषि सहायक प्रकाश राणा ने कृषि बिभाग की नितियों पर विस्तार से जानकारी दी।
इस अवसर फूलदेई देबी, संतोषी देबी ,भूपेन्द्रसिंह राणा,सहित कईग्रा मीण काश्तकार उपस्थित रहे।