रामरतन सिह पवांर/जखोली
जखोली प्रमुख प्रदीप थपलियाल को विधानसभा टिकट अगर मिलता है तो पार्टी मे उबरेंगे बगावत के स्वर।
रूद्रप्रयाग-.2022 के विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा ने तो अपने प्रत्याशियो की घोषणा कर दी । अब 21 जनवरी को कांग्रेस अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर देगी।
वहीं बात करें रूद्रप्रयाग विधानसभा की तो यहां कांग्रेस के कई दिग्गज मैदान में है। जिसमें सबसे पहले नाम आता पूर्व कैबिनेट मंत्री मातबर सिंह कण्डारी।
आज भी उतराखंड मे एक कद्दावर नेता के रुप मे देखा जाता है वो इसलिए कि उत्तर प्रदेश से लेकर और उतराखंड मे पूर्ववर्ती भाजपा सरकार मे केबिनेट मंत्री रह चुके हैं। जिससे जनता के बीच एक ईमानदार नेता की भी उनकी छवि बनी है।
दूसरा नाम प्रमुखता से उभरकर सामने आता पूर्व जिलापंचायत अध्यक्ष सुश्री लक्ष्मी राणा का जो जिलापंचायत अध्यक्ष पद पर रहकर रूद्रप्रयाग मे अनेक विकास के कार्य कर चूकीं है जिनकी पकड़ सबसे अधिक महिलाओं पर है।
वही तीसरा नाम उभरकर जो अनुभवी और पूर्व प्रत्याशी रह चूके पूर्व प्रदेश महामंत्री वीरेंद्र सिंह बुटोला,
चौथा नाम युवा तेज तर्रार अंकुर रौथाण, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष,
पांचवा नाम अर्जुन गहरवार, छठा नाम आता है प्रदीप थपलियाल।
अब बात करते है जखोली के ब्लाक प्रमुख प्रदीप थपलियाल की, आपको बता दें कि 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने लक्ष्मी राणा को अपना प्रत्याशी बनाया था। जिसमें प्रदीप थपलियाल ने बगावत कर लक्ष्मी राणा को हराने का काम किया था।
वहीं अब कांग्रेस के सभी उम्मीदवारों का कहना है कि प्रदीप थपलियाल को यदि पार्टी टिकट देती तो हम पार्टी से सामूहिक इस्तीफा देकर बगावत कर मैदान में उतरेंगे जिस कारण से उम्मीदवार ओर उनके समर्थक पार्टी के खिलाफ बगावत करने की बात कर रह है।
अगर कांग्रेस पार्टी प्रदीप थपलियाल को टिकट देती है तो वास्तविक रूप से कांग्रेस के अन्दर बगावत कि सुगबुघाहट तेज हो गयी है सभी उम्मीदवारों का कहना है कि 2017 में पार्टी के खिलाफ बगावत करने वाले उम्मीदवार को पार्टी अगर टिकट देती है तो रुद्रप्रयाग कांग्रेस कार्यकर्ता इसका विरोद्ध करेगें और पार्टी से इस्तीफा देंगे लेकिन अब देखना होगा कांग्रेस किसको टिकट देती है।
पार्टी कार्यकर्ताओं का कहना है कि अगर प्रदीप थपलियाल को टिकट दिया थपलियाल रुद्रप्रयाग मे भाजपा प्रत्याशी को तरफा जीत जायेंगे और कांग्रेस की एक और सीट कम हो जायेगी। जिस कारण से काग्रेंस को हार का मुँह देखना पड़ेगा।