विधानसभा में हुई भर्तियां भी नोकरी ही थी और हाकम सिंह ने भी नोकरी ही दिलाई थी तो नोकरी दिलाने के मामले में दोहरा मापदण्ड क्यों।
यह नही चलेगा हाकम ने नोकरी दिलाई तो जेल ओर विधानसभा में बैकडोर से भर्ती कराने वालों को बेल।
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कांग्रेस प्रीतम सिंह ने आज सिस्टम पर तंज कसते हुए कहा विधानसभा में जिनकी भर्ती हुई उन्हें सजा के तौर पर हटा दिया गया पर जो विधानसभा में बैकडोर से भर्ती करने वाले थे उन्हें क्यों छोड़ दिया।
यदि ऐसे ही है तो हाकम सिंह को सजा क्यों हाकम सिंह ने भी नोकरी देने का काम किया था। इससे स्पष्ट है कि दोनों जगह नोकरी दी गयी थी पर हाकम को जेल हो गयी और दूसरों पर कोई कार्यवाही नही हुई वो पाक साफ छूट गए यह बिल्कुल नही चलेगा।
प्रीतम सिंह ने स्पष्ट कहा कि तत्कालीन विधानसभा अध्यक्षो द्वारा नियमों के विरुद्ध तमाम लोगों को बंदरबांट करके बैकडोर से विधानसभा में नोकरी पर लगाया उनपर भी कार्यवाही होनी चाहिए। विधानसभा अध्यक्ष ने विधानसभा में हुई बैकडोर भर्ती की जांच के लिए जो कमेटी बनाई थी उस कमेटी की रिपोर्ट पर वरिष्ठ वकीलों से चर्चा करके निर्णय लेना चाहिए था कि यह मामला सिर्फ गलत भर्ती हुए तमाम लोगों को हटाने तक सीमित रह सकता या जिन्होंने गलत तरीके से भर्तियां की हैं उनपर भी कार्यवाही की जा सकती है।