रामरतन पंवार/गढ़वाल ब्यूरो
रुद्रप्रयाग के बेलनी पुल की सुरक्षा के लिए लगाए गए बेरियर खुद सुरक्षित नहीं।
रुद्रप्रयाग बाजार को जोड़ने वाला बेलनी पुल जर्जर होने के चलते भारी वाहनों की आवाजाही को इस पुल पर सुरक्षा की दृष्टि से प्रतिबंधित कर लिया गया था।
पुल के दोनों सिरों पर बड़े वाहनों की आवाजाही को रोकने के लिए लोहे के गाडर लगाए गए थे। अब गाडर अपनी ही सुरक्षा नही कर पा रहे तो पुल की सुरक्षा क्या करेंगे यह बेरियर किसी भी वक्त किसी दुर्घटना का कारण बन सकतें हैं।
गौरतलब है कि साल 1963 में बने करीब 63 मीटर लंबे रुद्रप्रयाग बेलनी पुल की जर्जर हालत को लेकर कई बार सवाल खड़े किए जाते रहे हैं। लेकिन फिर भी पुल पर भारी वाहन गुजरते रहे ओर पुल जर्जर हालत में पहुंच गया।
जिसपर एनएच रुद्रप्रयाग डिवीजन ने महत्वपूर्ण निर्णय पुल पर बड़े वाहनों की आवाजाही न हो के लिए बेलनी पुल पर बैरियर लगाकर भारी वाहनों की आवाजाही प्रतिबंधित कर दी गई थी। बैरियर लगाने वाले विभाग इन बैरियरों को कबतक सही स्थिति में खड़ा करते हैं यह देखने वाली बात होगी।
लगातार हो रही बारिश के कारण बेरियर खुद की सुरक्षा की गुहार लगा रहें हैं यह बेरियर किसी घटना का कारण न बने इसके लिए अतिशीघ्र इन्हें सही से खड़ा किया जाए।