रामरतन पवांर/गढ़वाल ब्यूरो....
विकासखंड जोशीमठ के अन्तर्गत राइका पैंनखण्डा मे धूमधाम से मनाया गया हरेला पर्व।
उतराखंड की धरती पर ऋतुओं के अनुसार अनेक पर्व मनाये जाते हैं।यह पर्व हमारी संस्कृति को उजागर करते है, वही पहाड़ की परम्पराओं को भी कायम रखे हुए है। इन्हीं खास पर्वो मे शामिल हरेला पर्व उतराखंड मे एक लोकपर्व है। हरेला शब्द का तात्पर्य हरयाली से है। यह बर्ष साल मे तीन बार आता है, पहला चैत्र मास मे, दूसरा श्रावण मास,और तीसरा बर्ष का आखिरी पर्व हरेला अश्विन माह मे मनाया जाता है।
इसी पर्व को मध्यनजर रखते जनपद चमोली के विकासखंड जोशीमठ के अन्तर्गत पैंनखण्डा इंटर कालेज सलूड डूंग्रा में हरेला पर्व धूमधाम से मनाया गया, विद्यालय परिसर में छात्र छात्राओं शिक्षक शिक्षकाओं द्वारा वृक्षारोपण किया गया। वृक्षारोपण से पूर्व छात्र छात्राओं को सम्बोधित करते हुए विद्यालय के प्रधानाचार्य चंदन सिंह जदोडा ने कहा कि आज वर्तमान जीवन में प्रदूषण का स्तर अपने सामान लेवल से कई गुना अधिक बढ़ चुका है इससे निजात पाने का एकमात्र तरीका यह होगा कि अधिक से अधिक पेड़ लगाए जाएं अगर हमारे क्षेत्र गांव शहर पेड़ों से घिरे होंगे तब हमें शुद्ध वायु की प्रचुर प्राप्ति होगी और हम स्वस्थ रहेंगे।
विद्यालय के वरिष्ठ प्रवक्ता जगदीश चौहान ने कहा कि यदि हम चाहते हैं कि हमारी यह धरती प्रदूषण रहित रहे तथा इस पर निवास करने वाला मानव सुखी व स्वस्थ बना रहे तो हमें पेड़-पौधों की रक्षा तथा उनके नवरोपण की ओर ध्यान देना चाहिए। विद्यालय के शिक्षक आशीष मिश्रा ने जोर देकर कहा कि जितनी वायु और जल जरूरी है उतना ही आवश्यक वृक्ष होते हैं इसलिए वनों के साथ ही वृक्षारोपण सभी जगह करना जरूरी है और कई तरह के लाभ देने वाले वनों की रक्षा करना हमारा कर्तव्य है।
इस मौके पर सतेंद्र कुमार अवधेश सेमवाल ओमप्रकाश शाह मदन मोहन जोशी राजेश तिवारी सरिता सकलानी प्रियंका नेगी विजया देवी , शोभा देवी मौजूद रहे।