रामरतन सिह पवांर/जखोली
वैश्विक महामारी कोरोना काल के दौरान ऐंजल वेलफेयर संस्था द्वारा कोरोना योद्धाओं को किया गया सम्मानित।
संस्कृति, साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र मे देश के अग्रणी नेहा प्रकाशन एवं ऐजंल वेलफेयर ट्रस्ट एक परोपकारी संस्था द्वारा देश भर मे वैश्विक महामारी कोरोना के दौरान रोगथाम के साथ ही दौरान विषम परिस्थितियों मे सामाजिक योगदान देने वाले चिकित्सक, कर्मियों के साथ साथ समाज सेवियो को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली मे आयोजित एक समारोह मे केन्द्रीय मस्त्य पालन एवं डेरी विकास मंत्री परशोतम रुपाला के हाथो कोरोना योद्धा सम्मान प्रदान किया गया।
यह जानकारी देते हुए उत्तराखंड मानव सेवी समिति रजि० दिल्ली के मुख्य वक्ता एवं सलाहकार श्यामलाल सुन्दरियाल ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना के दौरान राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के साथ ही उत्तराखंड के सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्रो मे कोरोना से बचाव एवं जनजागरण और राष्टव्यापी लाँक डाउन के दौरान गरीब और असहाय लोगो की मदद मे उल्लेखनीय योगदान के लिए देबभूमि उतरखंड के बरिष्ट समाज सेवी पूर्व केन्द्रीय अपर भविष्य निधि आयुक्त मुख्यालय दिल्ली सरकार एवं उतराखंड मानव सेवा समिति के अध्यक्ष बी एन शर्मा को राष्ट्रीय पर आयोजित कोरोना योद्धा सम्मान से सम्मानित किया गया।
आई टी ओ के पास पंडित दीनदयाल मार्ग स्थित जवाहर लाल नेहरू केन्द्र मे आयोजित कोरोना योद्धा सम्मान समारोह मे केन्द्रीय मस्त्य पालन एवं डेरी विकास मंत्री ने देश भर मे कोरोना योद्धा सम्मान हेतू चयनित चिकित्सा कर्मी एवं समाज सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों को सम्मानित करते हुये कि समाज की रक्षा का मूल निस्वार्थ सेवा और त्याग मे ही निहित है। महामारी के दौरान अपने प्राणो की बाजी लगाकर लाखो लोगो को जीवन देने वाले चिकित्सक कर्मी एवं समाज सेवियो को श्रद्धांली अर्पित करते हुये कहा कि समाज व राष्ट्र सदा उनके योगदान का त्रृणी रहेगा।
इस अवसर पर दोनो संस्थाओं द्वारा महिलाओ के उत्थान एवं महिला सशक्तिकरण के लिये महिला उद्यमी इना सिंघानिया को भी सम्मानित किया। वही नेहा प्रकाशन द्वारा प्रकाशित शोध पत्रिका गंगा तेरा पानी अमृत का भी विमोचन किया। पत्रिका के विमोचन के अवसर पर उत्तराखंड विश्वविद्यालय के कुलपति डा०देवी प्रसाद त्रिपाठी ने कहा कि गौ, गंगा और हिमालय सनातन संस्कृति की अमूल्य धरोहर हैं।
कार्यक्रम के दौरान 15 चिकित्सक कर्मियों के साथ साथ 16 सामाजिक सस्थाओं से जुड़े प्रतिनिधियों को करोना योद्ध से भी सम्मानित किया गया। वही शोध पत्रिका मे प्रकाशित लेखकों मे व्योमेश जुगरान, मदन थपलियाल, पार्थसारथी थपलियाल, डा० मधु श्रीवास्तव, डा० शैलेन्द्र सहित कई बुद्धिजिवी मौजूद थे।