आपदाग्रस्त गांवो मे प्रशासन करे जांच के दौरान छूटे पीड़ित परिवारों के हुए नुक़सान की जांच व दें उचित मुआवजा

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 रामरतन पवांर/गढ़वाल ब्यूरो।

आपदाग्रस्त गांवो मे प्रशासन करे जांच के दौरान छूटे पीड़ित परिवारों के हुए नुक़सान की जांच व दें उचित मुआवजा।


तहसील प्रशासन द्वारा जिन काश्तकारों का अतिवृष्टि से नही हुआ कोई हानि उन परिवारों को भी आ रही है चेक वितरण की सूचना।

जखोली-विकासखंड जखोली मे आज से एक सप्ताह पूर्व चार गांवो में आयी  आपदा के चलते अभी भी आपदा पीड़ितों का ग़ुस्सा आसमान छूने के बराबर हो रखा है। गांवों मे प्रशासनिक टीम के द्वारा  अतिवृष्टि के चलते काश्तकारों की कृर्षि भूमि सहित आवासीय भवनो को हुए नुक्सान की सही व निष्पक्ष तरीके से जांच न किये जाने से आपदा पीड़ितों का ग़ुस्सा सातवें आसमान पर है।

       भले ही आधा अधूरी जांच करने के पश्चात प्रशासन द्वारा लोगो को राहत धनराशि के चेक बांट कर उनके जख्मो मे दवा लगाकर घावो को भरने की भले ही कोशिश की हो मगर बात यहां खत्म नही होती।

    आपको बता दे कि त्यूंखर, लुठियाग, घरड़ा मखेत से कई काश्तकार ऐसे भी है जिनके 10-10 खेत आपदा की भेंट चढ़ गये लेकिन उन परिवारों को राहत के नाम पर मात्र एक हजार का चेक थमा दिया गया।

  लुठियाग गांव मे मुलाकात के दौरान गुड्डी देबी पत्नी स्वoमंगल सिह का कहना है कि मेरे 11खेत पूर्ण रुप से अतिवृष्टि के चलते बह गये मगर मुझे केवल मुझे 1000 रुपये का चेक तहसील प्रशासन द्वारा राहत के रुप मे दिया गया आखिर ये कैसा न्याय है।

    वही विश्वस्त सूत्रो से ये पता चला कि जिन परिवारों का कोई नुक़सान नही हुआ उन परिवारो को भी तहसील प्रशासन द्वारा चेक बितरित किये गये अगर ये बात सत्य है तो फिर ये नियम विरुद्ध है और इसकी जांच होनी अतिआवश्यक है।

    हम आपको सिरबाड़ी बागंर मे 2020 मे बादल फटने से भीषण तबाही की भी याद दिलाते है। सिरबाड़ी गांव 9 अगस्त 2020 की रात्री को बादल फटने से भारी तबाही हुई थी।

इस तबाही के चलते लोगो के खेत, खलियान, आवासीय भवन, गौशालाएं, सम्पर्क मार्ग, पेयजल योजनाएं आदि क्षतिग्रस्त हो गयी थी।  

     उस समय भी विधायक, प्रमुख, पार्टी के बड़े बड़े नेताओ ने आपदा ग्रस्त क्षेत्रो का रात-दिन दौरा किया और सरकार से उचित मुआवजा दिलवाने का वादा लोगो से किया, लेकिन आज 2 साल बीत गये ना तो आपदा पीड़ितों को आज तक उनके नुक़सान की भरपाई शासन प्रशासन से मिली ना मिलने वाली है एक तरफ से नेताओ का वादा धरा का धरा रह गया। 

    जनपद के समस्त विभागीय अधिकारियों को भी आदेशित किया गया कि नुक़सान का जायजा तत्काल लिया जाय व पीड़ितों को उनके नुक़सान की भरपाई दी जाय,लेकिन आज तक वो भरपाई आपदा पीड़ितों तक नही पहुंच पायी।

   वही हश्र जखोली के इन आपदा ग्रस्त गांवो के भी होने है विधायक आयेगे बड़े बड़े नेता आयेगे और गले मे फूलो की माला पहनकर अपनी वाही वाही लूटकर चले जायेंगे और बेचारे आपदा पीड़ित देखते रह जायेगा।

   वही लुठियाग के पूर्व प्रधान रुप सिह मेहरा, उपप्रधान त्रिलोक सिह कैन्तूरा सामाजिक कार्यकर्ता रुप सिह कैन्तूरा, कमल सिह मैहरा आदि लोगो ने जो आपदा पीड़ित जांच के दौरान छूट गये उनकी जांच कर उनको भी उचित मुआवजा देने की मांग की।

जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग के द्वारा बताया गया कि आपदा के बाद प्रशासन के द्वारा की क्या कार्यवाही की गई है।


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