रामरतन सिह पवांर/जखोली
होम स्टे बन रहे है बेरोजगारो का सहारा।
देश विदेश से आने वाले पर्यटकों ठहर रहे है होम स्टे मे।
पहाड़ो पर पलायन रोकने और बेरोजगारो को रोजगार उपलब्ध कराने के साथ ही पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सरकार होम स्टे योजना पर विशेष जोर है। प्रदेश मे आने वाले पर्यटको के ठहरने के लिए पहाड़ों होम स्टे बनाने के लिए बैंको से उचित ब्याज व छूट पर ऋण देने का भी प्रावधान है ताकि बेरोजगार युवा पर्यटन क्षेत्र मे काम कर अपनी रोजी रोटी कमा सके।

ज्ञात हो कि विकासखंड अगस्त्यमुनि का सूदूरवर्ती गांव भेंगी जहां से प्रसिद्व पर्यटक स्थल चौपता व देवस्थली तुंगनाथ जाने हेतु पर्यटको का आना जाना लगा रहता है इसको मध्य नजर रखते हुए भेंगी गांव के नौजवानों के द्वारा आने वाले पर्यटकों मे इजाफा देखकर अपने अपने रोजगार के लिए और यात्रियों को ठहरने,खाने पीने की व्यवस्था के लिए गांव मे होम स्टे बनाने का काम कर रहे है।आपको बता दे कि भेंगी गांव चोपता, तुंगनाथ जाने वाले मोटर मार्ग से सटा गांव है जिस कारण से यहां के ग्रामीणों को होम स्टे के जरिए अपनी रोजी रोटी कमाने की आस जगी है,यही नही बल्कि यहां के पढे लिखे बेरोजगार युवाओं का कहना है कि अगर भेंगी गांव मे अधिक से अधिक नौजवान होम स्टे पर काम करते हैं और इस कार्य के जरिए रोजगार को बढावा देते है है तो आने वाले समय मे यह गांव एक पर्यटन गांव के नाम से जाना जा सकता है, भेंगी गांव के रहने वाले नरेन्द्र सिह रावत बताते है कि अब वर्तमान समय मे गांव मे अभी तक पांच होम स्टे बनाये गये है और कुछ होम स्टे पर कार्य चल रहा है,और जिन होम स्टे का निर्माण पूर्ण रुप से हो चुका है उन होम स्टे मे हर दिन पर्यटकों का आना जाना लगा है वर्तमान समय मे भेंगी गांव मे नरेन्द्र सिह रावत, योगेन्द्र सिह रावत, नवीन रावत , कुलदीप सिह रावत,संजय रावत आदि लोगो के होम स्टे सुचारू रुप से चल रहे है इन लोगो का कहना है कि अगर हमारा साथ दे तो आने वाले समय मे हम भेंगी पलद्वाड़ी गांव जो पर्यटन क्षेत्र से जुड़े इन गांवों को अनेक होम स्टे मे बदलने का भी कार्य करेगे उन्होंने बताया है कि हम लोगो अपने अपने होम स्टे के निर्माण के लिए पर्यटन विभाग मे बैंक से त्रृण लेने हेतु आवेदन भी किये हुए जिससे हमे आस है कि सरकार हमारी मदद जरुर करेगी
आपको बता दे कि होम स्टे योजना के अन्तर्गत यदि स्थानीय लोग अपने घरो को होम स्टे के रुप में पंजीकृत कराते है और अपनी भूमि पर नया होम स्टे बनाते है या पुराने मकान का जीर्णोद्धार कर होम स्टे बनाते है तो उन लोगो को सब्सिडी देने का प्रावधान है। विशेषकर पर्वतीय क्षेत्रों मे दस लाख अथवा मे 33 प्रशिशत छूट का प्रावधान किया गया है।